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इटानगर, 13 नवंबर (हि.स.)। केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह ने मुख्यमंत्री पेमा खांडू के साथ आज बैठक की और अरुणाचल प्रदेश में मत्स्य पालन, डेयरी और पशुपालन क्षेत्रों की संभावनाओं पर चर्चा की।
बैठक में राज्य के कृषि मंत्री गेब्रियल डी वांग्सू की उपस्थिति में आयोजित बैठक में इन क्षेत्रों के लिए टिकाऊ और आर्थिक रूप से व्यवहार्य कार्यक्रम विकसित करने की राज्य की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला गया।
सिंह ने विशेष रूप से मत्स्य पालन में अपार विकास क्षमता पर प्रकाश डाला और क्षेत्र में आत्मनिर्भरता और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रभावी संसाधन उपयोग के महत्व पर जोर दिया।
सिंह ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश के कई तालाब और गांव के जल निकाय राज्य को मछली उत्पादन में आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करते हैं।
केंद्रीय मंत्री ने मत्स्य पालन अवसंरचना विकास निधि और प्रधान मंत्री मत्स्य किसान समृद्धि योजना जैसी केंद्रीय पहलों पर भी चर्चा की, जिसका लाभ अरुणाचल प्रदेश अपने मत्स्य पालन बुनियादी ढांचे को बढ़ाने और उत्पादकता को बढ़ावा देने के लिए उठा सकता है।
मुख्यमंत्री खांडू ने मत्स्य पालन, डेयरी और पशुपालन क्षेत्रों को आगे बढ़ाने के लिए अरुणाचल प्रदेश की प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए सिंह के समर्थन और अंतर्दृष्टि के लिए आभार व्यक्त किया।
इसके अतिरिक्त, खांडू ने उनके सांस्कृतिक और आर्थिक महत्व को पहचानते हुए, ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भेड़ और याक की पालन के विस्तार करने की योजना पर प्रकाश डाला। उन्होंने चल रहे सुअर पालन विकास पहलों का भी उल्लेख किया जिसका उद्देश्य पशुपालन में विविधता लाना और ग्रामीण आजीविका का समर्थन करना है। खांडू ने इस बात पर जोर दिया कि ये क्षेत्र युवा रोजगार, ग्रामीण विकास और आत्मनिर्भरता के लिए पर्याप्त संभावनाएं रखते हैं।
केंद्रीय मंत्री ने इन क्षेत्रों को विकसित करने के लिए केंद्र सरकार के समर्थन का आश्वासन दिया, जबकि मुख्यमंत्री खांडू ने पूरे अरुणाचल प्रदेश में आत्मनिर्भरता और समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए इन पहलों को लागू करने की प्रतिबद्धता जताई।
हिन्दुस्थान समाचार / तागू निन्गी