सीमांत जनपद चमोली को स्वच्छ और आदर्श जिला बनाने की दिशा में सभी विभाग मिलकर कार्य करें : मुख्यमंत्री धामी
-गंगा सहित सभी नदियों को स्वच्छ रखने का लें संकल्प -मुख्यमंत्री रात्रि विश्राम भराड़ीसैंण में ही किया देहरादून/चमोली, 13 नवम्बर (हि. स.)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार विभागीय कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि सीमांत जनपद चमोली को स्वच्
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी।


बुधवार शाम विधानसभा परिसर भराड़ीसैंण में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेते हुए।


-गंगा सहित सभी नदियों को स्वच्छ रखने का लें संकल्प

-मुख्यमंत्री रात्रि विश्राम भराड़ीसैंण में ही किया

देहरादून/चमोली, 13 नवम्बर (हि. स.)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार विभागीय कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि सीमांत जनपद चमोली को स्वच्छ और आदर्श जनपद बनाने की दिशा में सभी विभाग मिलकर काम करें। साथ ही उन्होंने गंगा सहित सभी नदियों को स्वच्छ बनाए रखने का संकल्प लेने पर जोर दिया।

बुधवार शाम विधानसभा परिसर भराड़ीसैंण में समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेते हुए विभागीय कार्यो की समीक्षा की। मुख्यमंत्री आज दिन भर एक के बाद एक मैराथन बैठक लेते रहे। मुख्यमंत्री धामी रात्रि विश्राम आज भराड़ीसैंण में ही किया। इस दौरान उन्होंने स्थानीय ग्रामीणों से मिलकर उनकी समस्याओं को सुना।

इस दौरान मुख्यमंत्री अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनपद चमोली को एक स्वच्छ और आदर्श जनपद के रूप में विकसित किया जाए। उन्होंने कहा कि जनपद चमोली में बदरीनाथ, हेमकुंड, गोपीनाथ समेत अनेक देवस्थल मौजूद है। देश का प्रथम गांव माणा भी चमोली में ही है। इस सीमांत जनपद को स्वच्छ बनाना हम सब का नैतिक दायित्व है।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनपद चमोली से बहने वाली सभी नदियों को स्वच्छ रखा जाए। नदियों में जाने वाले कूड़ा, करकट व गंदे नालों का ट्रीटमेंट किया जाए। नदी किनारे लोगों को जागरूक किया जाए।

उन्होंने कहा कि उदगम स्थल से लेकर संपूर्ण उत्तराखंड राज्य में हमारी नदियां स्वच्छ और निर्मल होकर बहे, इसके लिए सभी लोग इसको अपनी कार्य संस्कृति लाते हुए मिलकर काम करें।

मुख्यमंत्री ने विभागों को अपने कार्यस्थल पर स्वच्छता बनाए रखने के साथ इसकी शुरुआत करने के निर्देश भी दिए। कहा कि सरकारी गेस्टहाउसों में भी विशेष स्वच्छता और साफ सफाई रखी जाए। ताकि बाहर से आने वाले पर्यटक इस देवभूमि से एक अच्छा संदेश लेकर जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा की उत्तराखंड राज्य के विकास में महिलाओं का बड़ा योगदान रहा है। महिलाओं के कौशल, उनकी शक्ति और ऊर्जा के साथ विकास कार्यो को गति दी जाए। राज्य के जीएसडीपी में पहाड़ी राज्यों का योगदान बढ़ाने का प्रयास किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा की उत्तराखंड राज्य आज कई क्षेत्रों में कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। हम सबको मिलकर इसको आगे बढ़ाना है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने विभागों की ओर से संचालित कार्यों की गहनता से समीक्षा की। उन्होंने सड़क निर्माणदायी संस्थाओं को निर्देशित किया की सड़कों को गड्ढा मुक्त और सुरक्षित बनाया जाए। पुलिस व परिवहन विभाग को वाहनों की नियमित जांच करने और अनफिट वाहनों को चलन से बाहर करने के निर्देश दिए। ताकि किसी प्रकार की दुर्घटना ना हो।

मुख्यमंत्री ने किसानों की आर्थिक को बढ़ाने के लिए कृषि, उद्यान, पशुपालन समेत समस्त रेखीय विभागों को भी जरूरी निर्देश दिए। बैठक में ज्योतिर्मठ में आपदा राहत कार्यों की समीक्षा भी की गई।

मैठाणा गांव को मॉडर्न विलेज के रूप में विकसित किया जा रहा है:

जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने मुख्यमंत्री को जनपद में संचालित नवाचारी कार्यों से अवगत कराया। जिलाधिकारी ने कहा की मैठाणा गांव को मॉडर्न विलेज के रूप में विकसित किया जा रहा है। आदिबद्री क्षेत्र के गांवों को मशरूम उत्पादन से जोडा जा रहा है। राइका भराडीसैंण को आदर्श विद्यालय बनाया जा रहा है।

बैठक में आईजी गढवाल केएस नगनयाल, पुलीस अधीक्षक सर्वेश पंवार, मुख्य विकास अधिकारी नंदन कुमार सहित सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश कुमार