संगीत किसी भी संस्कृति की आत्मा, भारत में संगीत आविष्कार का एक लंबा इतिहास : रमापति राम
कला और संस्कृत भारतीय संस्कृति की आत्मा हैं : रमापति राम कला प्रवाह के दूसरे दिन झिझिया नृत्य रहा विशेष आकर्षण देवरिया, 10 नवंबर (हि.स.)। सदर सांसद शशांक मणि के प्रयास से संगीत नाटक अकादमी भारत सरकार के नेतृत्व में मां देवरही मंदिर के प्रांगण मे
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कला और संस्कृत भारतीय संस्कृति की आत्मा हैं : रमापति राम

कला प्रवाह के दूसरे दिन झिझिया नृत्य रहा विशेष आकर्षण

देवरिया, 10 नवंबर (हि.स.)। सदर सांसद शशांक मणि के प्रयास से संगीत नाटक अकादमी भारत सरकार के नेतृत्व में मां देवरही मंदिर के प्रांगण में चल रहें दो दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम कला प्रवाह में देश के विभिन्न भागों से आए हुए कलाकारों ने अपनी कला का प्रदर्शनर रविवार को किया ।

संगीत नाटक अकादमी के तत्वाधान में आयोजित कला प्रवाह के दूसरे दिवस का उद्घाटन पूर्व सांसद डा. रमापति राम त्रिपाठी ने किया । अतिथियों ने मां देवरही की पूजा अर्चना की तथा परिसर में स्थित पोखरे के चारों ओर दीप जलाया और आरती की।कार्यक्रम का शुभारंभ क्लासिकल सिंगर पंडित हरीश तिवारी और उनके साथी कलाकारों ने गणेश वंदना गणपति जगबन्दन गा कर किया।

मुख्य अतिथि डा. रमापति राम त्रिपाठी ने कहा कि संगीत किसी भी संस्कृति की आत्मा हैं, और भारत में संगीत आविष्कार का एक लंबा इतिहास हैं। ऐसा कहा जाता हैं कि संगीत की कला को नारद मुनि ने पृथ्वी पर पेश किया था। उन्होंने कहा कि निवासियों को नाद ब्रह्म के बारे में भी सिखाया, वह ध्वनि जो पूरे ब्रह्मांड में व्याप्त हैं। सिंधु घाटी सभ्यता स्थलों पर सात छेद वाली बांसुरी और रावण हत्था जैसे संगीत वाद्ययंत्र खोजे गए हैं ।

उन्होंने कहा कि देवरिया के ऊर्जावान सांसद शशांक मणि ने कला प्रवाह के माध्यम से देवरिया वासियों को वैश्विक कलाकारों और विभिन्न कलाओं से परिचय कराया हैं । मै उन्हें साधुवाद देता हूं । सदर सांसद शशांक मणि ने आए हुए सभी कलाकारों को सम्मानित किया और क्षेत्र की जनता का आभार जताया ।

कार्यक्रम में लोक गायक अशोक कुमार एवं उनके साथी कलाकारों ने सुंदर प्रस्तुति दी ।

हरियाणा की नयनिका घोष और उनके साथी कलाकारों ने कथक नृत्य प्रस्तुत किया।

कार्यक्रम का विशेष आकर्षण बिहार की प्रसिद्ध झिझिया नृत्य, मंजूषा कला प्रशिक्षण केन्द्र, बिहार रहा ।

अंत में कर्नाटक से आए कलाकार विद्या कोलयूर एवं उनके साथी कलाकारों ने यक्षगान प्रस्तुत किया । सभी श्रोताओं और दर्शकों ने कार्यक्रम का भरपूर आनंद लिया । इस अवसर पर गौरी मणि, सी डी ओ प्रत्यूष पांडे, नीरज शाही, मारकंडे शाही, महामंत्री रविंद्र कौशल, अजय उपाध्याय, गिरिजेश मणि त्रिपाठी, गंगा शरण पांडे, मीडिया प्रभारी प्रभाकर तिवारी, दिवाकर मिश्रा, भारती शर्मा, रमेश वर्मा, निशिरंजन तिवारी, आनंद शाही, पवन मिश्रा, दुर्गेश नाथ त्रिपाठी, सुधीर श्रीवास्तव मौजूद रहें।

हिन्दुस्थान समाचार / ज्योति पाठक