विधानसभा में शून्यकाल के दौरान सदस्यों ने उठाए जनहित के मुद्दे
जम्मू, 13 मार्च (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर विधानसभा के चालू सत्र में शून्यकाल की कार्यवाही में गुरूवार को सदस्यों द्वारा शासन और जन सरोकारों पर केंद्रित कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए गए। सत्र की शुरुआत कुलगाम के विधायक एम.वाई. तारिगामी से हुई जो विधानसभा के
विधानसभा में शून्यकाल के दौरान सदस्यों ने उठाए जनहित के मुद्दे


जम्मू, 13 मार्च (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर विधानसभा के चालू सत्र में शून्यकाल की कार्यवाही में गुरूवार को सदस्यों द्वारा शासन और जन सरोकारों पर केंद्रित कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए गए।

सत्र की शुरुआत कुलगाम के विधायक एम.वाई. तारिगामी से हुई जो विधानसभा के वरिष्ठ सदस्य होने के साथ-साथ हाल ही में गठित व्यापार सलाहकार समिति (बीएसी) के सदस्य भी हैं जिन्होंने विपक्ष द्वारा उठाई गई चिंता को संबोधित किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019 के अनुसार, विधानसभा अध्यक्ष को बाहरी सलाह की आवश्यकता के बिना विधायी मामलों में पूर्ण विवेकाधिकार है। उन्होंने विधानसभा सचिवालय के कर्मचारियों के समर्पण और कड़ी मेहनत की भी सराहना की।

पंपोर के विधायक न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) हसनैन मसूदी ने काकापोरा में रेलवे क्रॉसिंग पर अवरुद्ध अंडरपास के ज्वलंत मुद्दे को उजागर किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि अवरोध कृषि भूमि तक जनता की पहुंच को गंभीर रूप से प्रभावित कर रहा है और इसे तत्काल फिर से खोलने का आग्रह किया खासकर घाटी में बुवाई के मौसम के मद्देनजर।

पट्टन के विधायक जावेद रियाज बेदार ने एसडीएच पट्टन में एनेस्थीसिया कंसल्टेंट की अनुपलब्धता की ओर ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने स्वास्थ्य सुविधा में निर्बाध चिकित्सा सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए तत्काल एक विशेषज्ञ की नियुक्ति की आवश्यकता पर बल दिया।

हिन्दुस्थान समाचार / अमरीक सिंह