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- हार्टफुलनेस मेडिटेशन के संस्थापक कमलेश डी. पटेल भी होंगे डी.लिट की मानद उपाधि से विभूषित
उज्जैन, 13 मार्च (हि.स.)। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के इतिहास में 30 मार्च 2025 चैत्र नववर्ष संवत् प्रतिपदा गुड़ीपड़वा का दिन महत्वपूर्ण बनने जा रहा है, जब राष्ट्रीय राजनीति के क्षितिज पर महत्वपूर्ण हस्ताक्षर बन चुके इसी विश्वविद्यालय के विद्यार्थी मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को डी लिट् (मानद उपाधि) की उपाधि प्रदान की जाएगी। वहीं, हार्टफुलनेस मेडिटेशन के संस्थापक कमलेश डी. पटेल को वसुधैव कुटुंबकम् की भावना को वैश्विक स्तर पर प्रचारित करने के लिए डी.लिट की मानद उपाधि से विभूषित किया जाएगा। यह जानकारी गुरुवार को विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरू प्रो अर्पण भारद्वाज ने दी।उन्होंने बताया कि इससे पहले विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, जूना अखाड़े के पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरि, ले कर्नल राजवर्धन सिंह राठौर, पूर्व न्यायाधीश रमेशचंद्र लहोटी, सोमयाजी दीक्षित, इफको के प्रबंध निदेशक उदयशंकर अवस्थी, वरिष्ठ पत्रकार आलोक मेहता और पद्मभूषण डॉ. अनिल कोहली को यह उपाधि प्रदान की जा चुकी हैं।
कुलगुरू प्रो भारद्वाज ने कहा कि यह हमारे लिए और भी गौरव की बात है कि 30 मार्च को आयोजित होने वाले दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को आमंत्रित किया गया है। पिछले वर्षों में विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित दीक्षांत समारोहों को महान विद्वानों ने संबोधित किया, जिनमें पं.जवाहरलाल नेहरू, डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन, सर सीपी रामास्वामी अय्यर, डॉ. कालूलाल श्रीमाली, पं. द्वारकाप्रसाद मिश्र, पं. कुंजीलाल दुबे, बाबू जगजीवनराम, डॉ. गोविंद नारायण सिंह, महादेवी वर्मा, इंदिरा गांधी, डॉ. सरोजिनी महिषी, डॉ. गोपाल स्वरूप पाठक, प्रो. नुरुल हसन, डॉ. हरगोविंद खुराना और डॉ. सतीश चंद्रा, एपीजे अब्दुल कलाम आदि शामिल थे।
उन्होंने बताया कि विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के लिए यह दिन इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि डॉ. मोहन यादव ने अपने विद्यार्थी जीवन से इस विश्वविद्यालय को ऊंचाई पर ले जाने के लिए नये पाठ्यक्रमों को लागू करवाने के साथ ही इसकी लोकप्रियता को जन जन तक पहुंचाया और उच्च शिक्षा मंत्री रहते हुए केंद्र और राज्य की अनेक योजनाओं और कार्यों को लागू किया। आज भी उनका लगाव इस विश्वविद्यालय के साथ अपनी मातृसंस्था के रूप मे होने के कारण यह विश्वविद्यालय डॉ. मोहन यादव के कारण भी पहचाना जाने लगा है।
कुलगुरु ने बताया कि उज्जैन में विक्रम विश्वविद्यालय का 29वां दीक्षांत समारोह 30 मार्च को गुड़ी पड़वा के अवसर पर आयोजित किया जाएगा। समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और गुजरात के पद्म भूषण से सम्मानित कमलेश डी. पटेल को मानद उपाधि प्रदान करने की स्वीकृति कार्यपरिषद की बैठक में प्रदान की गई है। इससे पहले वर्ष 2007 में 18 साल पूर्व विश्वविद्यालय ने अंतिम बार मानद उपाधि प्रदान की थी। इस वर्ष का दीक्षांत समारोह इसलिए भी विशेष है क्योंकि विश्वविद्यालय लंबे अंतराल के बाद फिर से मानद उपाधि प्रदान करने जा रहा है और विद्या परिषद की बैठक में निर्णय लिया गया कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को समाज के वंचित वर्ग के उत्थान और समाज सेवा में असाधारण समर्पण के लिए यह सम्मान दिया जाएगा।
140 विद्यार्थियों को मिलेंगे स्वर्ण पदक, 75 शोधार्थियों को पीएचडी उपाधि
विक्रम विश्वविद्यालय के 29वे दीक्षांत समारोह में कुल 140 विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान की जाएगी। इस समारोह में वर्ष 2024 की स्नातक एवं स्नातकोत्तर परीक्षाओं में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले छात्र/छात्राओं को स्वर्ण पदक प्रदाय किए जाएंगेl इसके अलावा 75 शोधार्थियों को पीएचडी उपाधि प्रदान की जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर