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कोरबा, 13 मार्च (हि. स.)। दो दिन पहले कुसमुंडा खदान में 25 फीट की ऊंचाई से गिरकर मजदूर की मौत हो गई थी। वहीं आज गुरुवार काे मृतक के परिजनों ने कंपनी पर बड़ी लापरवाही का आरोप लगाते हुए मजदूरों के साथ प्रदर्शन किया, जिसके बाद प्रबंधन ने मुआवजा राशि दी। उन्होंने बताया कि बिना सुरक्षा उपकरणों के जोखिम भरे काम कराए जाते हैं।
जानकारी के अनुसार, 11 मार्च को कोल वाशरी के एमपीटीकेडीआई कंपनी में बिना किसी सुरक्षा उपकरण के 26 वर्षीय मजदूर किशन कुमार कोल शिफ्टिंग के ऊपर वेल्डिंग का काम कर रहा था। इस दौरान वह 25 फीट ऊपर से नीचे गिर गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इस हादसे के बाद खदान में अफरा-तफरी मच गई। प्रबंधन ने मृतक के शव को मोर्चरी में रखवा दिया था, जिसके बाद आज परिजन शव लेने पहुंचे और गुस्साए मजदूरों के साथ कंपनी की लापरवाही को लेकर जमकर नारेबाजी की और प्रबंधन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। मजदूरों का आरोप है कि खदान में सुरक्षा नियमों का पालन नहीं किया जाता, जिससे आए दिन इस तरह के हादसे हो रहे हैं।
बिना सुरक्षा उपकरणों के कराया जा रहा था काम
मौके पर मौजूद मजदूरों ने बताया कि मृतक किशन कुमार बिना हेलमेट और सेफ्टी बेल्ट के वेल्डिंग कर रहा था, जिससे यह हादसा हुआ। यही नहीं, अन्य कई मजदूर भी बिना सुरक्षा उपकरणों के जोखिम भरा काम कर रहे थे, जिससे कंपनी की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। मजदूरों का कहना है कि संबंधित विभाग सिर्फ औपचारिकता निभा रहा है और जब तक किसी की जान नहीं जाती, तब तक कोई कार्रवाई नहीं की जाती। आखिर इस लापरवाही का जिम्मेदार कौन है?
कुसमुंडा थाना प्रभारी रूपक शर्मा ने बताया कि मामले में केस दर्ज कर लिया गया है। वहीं कंपनी ने मृतक के परिवार को मुआवजा देने की घोषणा की है। मामले में आगे की कार्रवाई जारी है।
हिन्दुस्थान समाचार/ हरीश तिवारी
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हिन्दुस्थान समाचार / हरीश तिवारी