हिमाचल में प्रति व्यक्ति आय में 9.6% वृद्धि, जीडीपी भी बढ़ी
शिमला, 13 मार्च (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश की अर्थव्यवस्था में सुधार जारी है और प्रदेशवासियों की आमदनी में इजाफा हुआ है। वित्त वर्ष 2024-25 में प्रति व्यक्ति आय में 9.6 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है। बीते वित्त वर्ष 2023-24 में प्रति व्यक्ति आय जहां 2,34
हिमाचल में प्रति व्यक्ति आय में 9.6% वृद्धि, जीडीपी भी बढ़ी


शिमला, 13 मार्च (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश की अर्थव्यवस्था में सुधार जारी है और प्रदेशवासियों की आमदनी में इजाफा हुआ है। वित्त वर्ष 2024-25 में प्रति व्यक्ति आय में 9.6 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है। बीते वित्त वर्ष 2023-24 में प्रति व्यक्ति आय जहां 2,34,782 रुपये थी, वहीं यह अब बढ़कर 2,57,212 रुपये हो गई है। यानी प्रदेशवासियों की आय में 22,430 रुपये की बढ़ोतरी हुई है। यह जानकारी वीरवार को हिमाचल प्रदेश विधानसभा में पेश किए गए आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25 में दी गई।

प्रदेश की अर्थव्यवस्था का बढ़ता दायरा

आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार हिमाचल का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) भी तेजी से बढ़ा है। वित्त वर्ष 2023-24 में प्रदेश की जीडीपी 2,10,662 करोड़ रुपये था जो चालू वित्त वर्ष में बढ़कर 2,32,185 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है। इसमें सबसे बड़ा योगदान सेवा क्षेत्र का रहा जिसका हिस्सा कुल जीडीपी में 45.3 फीसदी आंका गया है। इसके अलावा कृषि और इससे जुड़े क्षेत्रों का योगदान 9.24 फीसदी तक पहुंच गया है जबकि श्रम व इससे संबंधित क्षेत्रों का योगदान 15.2 फीसदी रहा।

पर्यटन, आतिथ्य सत्कार, परिवहन और हस्तशिल्प जैसे क्षेत्रों ने भी प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूती दी है। इनका सकल घरेलू उत्पाद में योगदान 7.78 फीसदी दर्ज किया गया है।

पर्यटन क्षेत्र का योगदान बढ़ा

कोविड महामारी के बाद प्रदेश में पर्यटन उद्योग लगातार पटरी पर लौट रहा है। आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक पर्यटकों की आमद में लगातार इजाफा हो रहा है, जिससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली है।

वर्ष 2020 में प्रदेश में केवल 32.13 लाख पर्यटक आए थे लेकिन 2021 में यह संख्या बढ़कर 56.37 लाख हो गई। 2022 में यह आंकड़ा 150.99 लाख तक पहुंच गया जबकि 2023 में 160.05 लाख और 2024 में यह बढ़कर 181.24 लाख हो गया। पर्यटन के बढ़ते आंकड़ों ने प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार और आय के नए अवसर पैदा किए हैं।

प्रदेश में कृषि क्षेत्र का योगदान भी लगातार बढ़ रहा है। वर्ष 2020-21 में हिमाचल के जीडीपी में कृषि क्षेत्र का योगदान 20,838 करोड़ रुपये था, जो वित्त वर्ष 2024-25 में बढ़कर 31,879 करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है। यह 53 फीसदी की वृद्धि को दर्शाता है। कृषि क्षेत्र के विकास से प्रदेश के किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है और इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली है।

आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार हिमाचल प्रदेश की अर्थव्यवस्था में औद्योगिक और खनन क्षेत्रों का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है। चालू वित्त वर्ष में औद्योगिक क्षेत्र का योगदान 86,695 करोड़ रुपये आंका गया है, जो प्रदेश के सकल घरेलू उत्पाद का 40 प्रतिशत है।

इसी तरह निर्माण क्षेत्र का योगदान 26.19 फीसदी दर्ज किया गया है जबकि बिजली, पेयजल और अन्य संबद्ध क्षेत्रों का योगदान 5.66 फीसदी आंका गया है। रिपोर्ट के मुताबिक निर्माण क्षेत्र चालू वित्त वर्ष के दौरान 7.1 फीसदी की दर से बढ़ने की उम्मीद है। वहीं उद्योग और इससे जुड़े क्षेत्रों की विकास दर 9.4 फीसदी रहने का अनुमान लगाया गया है।

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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा