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दंतेवाड़ा, 13 मार्च (हि.स.)। जिला प्रशासन द्वारा महिला सशक्तिकरण और आजीविका संवर्धन की दिशा में लगातार कदम उठाये जा रहे हैं। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान योजना) के तहत संचालित इस पहल से 35 हजार से अधिक महिलाओं को अपने उत्पादों के विपणन और ब्रांडिंग का बेहतर अवसर मिल रहा है। इस पहल को आगे बढ़ाते हुए मां दंतेश्वरी मंदिर परिसर में स्थानीय एकता महिला ग्राम संगठन समूह तुड़पारास स्व-सहायता समूहों की दीदियों द्वारा पूजन सामग्री, मिट्टी की हस्त निर्मित कलाकृतियां, बांस शिल्प, हस्तनिर्मित फिनायल, झाडू, पापड़, बड़ी, छिंद के गुलदस्ते, चिक्की और स्थानीय व्यंजनों के दुकान का शुभारंभ हुआ है। मंदिर परिसर में जैविक उत्पाद भी मिलेंगे। जैविक खेती को समर्पित भूमगादी संस्था के उत्पाद जैसे चावल, शहद, पोहा, घी, स्थानीय दाल, कोदो, कुटकी भी एक ही स्थान पर बिक्रीके लिए उपलब्ध कराया गया है। एकता महिला ग्राम संगठन समूह ग्राम तुड़पारास की दीदियों द्वारा अपने आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, इन महिलाओं ने यह स्थानीय संस्कृति और परंपराओं को भी सहेजने का एक बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत किया है। दुकान से रोज दो से तीन हजार की आमदनी हो रही है। जिले में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान योजना) के तहत स्व-सहायता समूहों से जुड़ी ग्रामीण महिलाओं को लखपति दीदी बनाने के लिए एक पहल की शुरुआत की है। इसका उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को प्रति वर्ष कम से कम एक लाख रुपये कमाने में सक्षम बनाना है।
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हिन्दुस्थान समाचार / राकेश पांडे