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कोलकाता, 13 मार्च (हि. स.)। तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी 15 मार्च को एक वर्चुअल बैठक करने जा रहे हैं, जिसमें फर्जी मतदाताओं की पहचान के मुद्दे पर चर्चा होगी। इस बैठक में केवल कोर कमेटी के सदस्य ही नहीं, बल्कि सांसद, विधायक, जिलाध्यक्ष, नगर निगम के चेयरमैन और अन्य शीर्ष पदाधिकारी भी शामिल होंगे।
छह मार्च को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा गठित कमेटी की पहली बैठक तृणमूल भवन में हुई थी, जिसमें फर्जी मतदाताओं की पहचान को लेकर रणनीति बनाई गई थी। इसके बाद तय हुआ कि अगली बैठक 15 मार्च को होगी। शुरुआत में यह बैठक 16 मार्च के लिए तय की गई थी, लेकिन बाद में इसे फिर से 15 मार्च को करने की घोषणा की गई।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सबसे पहले विधानसभा में इस मुद्दे को उठाया था। इसके बाद नेताजी इंडोर स्टेडियम में तृणमूल की एक बड़ी सभा में भी उन्होंने इस पर भाजपा पर हमला बोला था। उन्होंने आरोप लगाया था कि भाजपा चुनाव आयोग की मदद से फर्जी वोटर तैयार कर 2026 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने की कोशिश कर रही है। इस मुद्दे पर कार्रवाई के लिए तृणमूल के वरिष्ठ नेता सुब्रत बक्सी की अगुवाई में एक कमेटी बनाई गई थी, जिसमें अभिषेक बनर्जी भी शामिल हैं।
अब 15 मार्च को होने वाली बैठक में पार्टी के सभी शीर्ष नेताओं की मौजूदगी अनिवार्य बताई जा रही है। इस बैठक में यह समीक्षा की जाएगी कि फर्जी मतदाता सूची की पहचान को लेकर अब तक क्या प्रगति हुई है और आगे की रणनीति क्या होगी।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर