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सिलीगुड़ी, 04 फरवरी (हि. स.)। मुस्लिम समुदाय नस्या शेख के सदस्यों ने मंगलवार को एक रैली निकाली और एसडीओ कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया। उन्होंने मांग की कि उन्हें मूल मुस्लिम या धरतीपुत्र का दर्जा दिया जाए। वहीं, पश्चिम बंगाल नस्या शेख परिषद की ओर से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें उत्पीड़न से बचने के लिए उन्हें दर्जा देने की मांग की गई।
पश्चिम बंगाल नस्या शेख परिषद की केंद्रीय कमेटी के अध्यक्ष बाजले रहमान ने कहा कि पड़ोसी राज्य असम ने नास्या शेख समुदाय को भूमिपुत्र की मान्यता दी है। बंगाल में एनआरसी (नेशनल रजिस्टर ऑफ़ सिटीजन्स) और सीएए (सिटिजनशिप अमेंडमेंट एक्ट) लागू करने की संभावना से बहुत चिंतित हैं। अगर असम सरकार की तरह राज्य सरकार हमें भूमिपुत्र को मान्यता देती है, तो नस्या शेख जनजाति समाज उत्पीड़न से बच जायेगा। लेकिन बंगाल में लंबे समय से रह रहे मुस्लिम नास्या शेख समुदाय को भूमिपुत्र की मान्यता नहीं दी जा रही। जिस वजह से भूमिपुत्र की मांग में यह रैली निकाली गई है। उन्होंने कहा कि भूमिपुत्र की तुरंत मान्यता दी जाए इसके लिए एसडीओ के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन सौंपा गया है।
हिन्दुस्थान समाचार / सचिन कुमार