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कोलकाता, 04 फरवरी (हि. स.)। कोलकाता पांच और छह फरवरी को होने वाले बंगाल वैश्विक व्यापार शिखर सम्मेलन (बीजीबीएस) 2025 की मेजबानी के लिए तैयार है। खासकर 2026 में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर इस कार्यक्रम को राज्य के व्यापार-अनुकूल वातावरण और रोजगार सृजन पर इसके फोकस को प्रदर्शित करने के अवसर के रूप में भी देखा जा रहा है।
शिखर सम्मेलन में भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुकेश अंबानी, जिंदल समूह के सज्जन जिंदल, आईटीसी के संजीव पुरी और ललित सूरी हॉस्पिटैलिटी ग्रुप की ज्योत्सना सूरी जैसे प्रमुख व्यापारिक हस्तियां शामिल होंगी। कोलकाता के विश्व बांग्ला कन्वेंशन सेंटर में 40 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों के भी उपस्थित होने की उम्मीद है।
तैयारी के तहत, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मंगलवार को अंतिम व्यवस्थाओं की समीक्षा के लिए कैबिनेट बैठक करने वाली हैं। आयोजन स्थल के आसपास के बुनियादी ढांचे में पहले से ही सुधार किए जा चुके हैं, सड़कों और फ्लाईओवरों का नवीनीकरण किया जा रहा है और फ्लेक्स बोर्ड और बैनर जैसी प्रचार सामग्री से सजाया जा रहा है।
बीजीबीएस 2025 किसी विशिष्ट क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित नहीं करेगा, बल्कि उद्योग और व्यापार के मुद्दों की एक विस्तृत श्रृंखला को कवर करेगा। पश्चिम बंगाल औद्योगिक विकास निगम (डब्ल्यूबीआईडीसी) के अधिकारियों के अनुसार, नई नीतियों की घोषणा की भी संभावना है।
सोमवार को कैबिनेट की बैठक के दौरान, सीएम बनर्जी ने सभी विभागीय नौकरशाहों को शिखर सम्मेलन के लिए तैयारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। इस आयोजन का एक मुख्य आकर्षण दो महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की आधारशिला रखना होगा : मुरीगंगा नदी पर गंगासागर सेतु, जिसका उद्देश्य दक्षिण 24 परगना और गंगासागर मेले के तीर्थयात्रियों को लाभ पहुंचाना है, और दामोदर नदी पर शिल्पा सेतु, जो बर्दवान, हुगली, बांकुड़ा, पुरुलिया और पश्चिम और पूर्व मेदिनीपुर सहित कई जिलों की सेवा करेगा। इन परियोजनाओं में कुल मिलाकर करीब एक हजार 900 करोड़ रुपये का निवेश होने का अनुमान है।
हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय