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कठुआ 04 फरवरी (हि.स.)। हीरानगर में अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास खेती को बढ़ावा देने की रणनीतियों पर चर्चा करने के लिए डीसी कठुआ डॉ. राकेश मिन्हास की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई गई।
इस बैठक में सीपीओ कठुआ रंजीत ठाकुर, मुख्य कृषि अधिकारी कठुआ संजीव राय, तहसीलदार मढ़हीन लेख राज और सीमा सुरक्षा बल के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। चर्चा सीमा के पास बंजर भूमि के बड़े हिस्से का उपयोग करने पर केंद्रित थी। चर्चा में निर्णय लिया गया कि बीएसएफ और जिला प्रशासन किसानों को क्षेत्र में उपयुक्त फसलें उगाने में सक्षम बनाने के लिए तकनीकी सहायता और आवश्यक सहायता प्रदान करेंगे। निर्बाध कृषि गतिविधियों को सुनिश्चित करने के लिए तहसीलदार मढ़हीन को उन किसानों की सुचारू और परेशानी मुक्त आवाजाही के लिए एक व्यावहारिक कार्यक्रम तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जिनके पास शून्य रेखा के पास बाड़ के पार जमीन है।
उपयुक्त फसलों के चयन के महत्व पर जोर देते हुए डीसी राकेश मिन्हास ने उन विकल्पों की आवश्यकता पर जोर दिया जो किसानों के लिए फायदेमंद होंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि बीएसएफ की परिचालन आवश्यकताओं से कोई समझौता न किया जाए। उन्होंने मुख्य कृषि अधिकारी को इस पहल को समावेशी और प्रभावी बनाने के लिए सभी लाभार्थी किसानों को इस प्रक्रिया में शामिल करने का भी निर्देश दिया। बीएसएफ अधिकारियों ने खेती की प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने में पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया ताकि किसान अपनी भूमि का लाभ उठा सकें, जो वर्षों से खाली पड़ी है। प्रासंगिक रूप से जिला प्रशासन ने बीएसएफ के सहयोग से सीमावर्ती क्षेत्रों में कृषि गतिविधियों को पुनर्जीवित करने, कृषक समुदाय के लिए आर्थिक उत्थान और खाद्य सुरक्षा में योगदान देने के लिए पहले ही महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / सचिन खजूरिया