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जम्मू, 22 फरवरी (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर संकल्प दिवस के अवसर पर केंद्र शासित प्रदेश में भाजपा अध्यक्ष सत शर्मा ने दावा किया कि पाकिस्तान अधिकृत जम्मू और कश्मीर के लोग पाकिस्तान में असुरक्षित महसूस करते हैं और भारत का हिस्सा बनना चाहते हैं और आज ऐसा माहौल है जब पाकिस्तान अधिकृत जम्मू और कश्मीर में लोग खुलकर बाहर आएंगे और पाकिस्तान के खिलाफ अपनी असहमति व्यक्त करेंगे।
सत शर्मा ने कहा कि 31 साल पहले आज ही के दिन हमारी संसद ने पाकिस्तान अधिकृत जम्मू और कश्मीर पर ऐतिहासिक प्रस्ताव पारित किया था। 90 के दशक में कश्मीर में आतंकवाद अपने चरम पर था। 90 के दशक से ही यह झूठ फैलाया जा रहा था कि भारतीय सेना कश्मीर के लोगों पर अत्याचार कर रही है और लोगों को आजादी मिलनी चाहिए। 22 फरवरी 1994 को सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया कि पाकिस्तान अधिकृत जम्मू और कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। उस समय कांग्रेस की सरकार थी लेकिन भाजपा ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया। पाकिस्तान अधिकृत जम्मू और कश्मीर और गिलगित-बाल्टिस्तान के लोग भारत का हिस्सा बनना चाहते हैं। उन्होंने आगे कहा कि संकल्प दिवस पर उन्हें लगता है कि ये सभी हिस्से भारत का हिस्सा होने चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारा संकल्प है कि हम अपने सभी इलाकों को पाकिस्तान के कब्जे से वापस लें।
सत शर्मा ने कहा कि पीएम मोदी ने अनुच्छेद 370 और 35ए को खत्म करके और सर्जिकल स्ट्राइक करके दिखा दिया है कि हम पीछे नहीं हैं और हम चाहते हैं कि ये हिस्से भारत का हिस्सा बनें। उस समय भाजपा कांग्रेस के साथ खड़ी थी लेकिन अब जब प्रधानमंत्री कार्यालय से इस तरह के बयान दिए जाते हैं तो कांग्रेस के कुछ नेता देश की भावना को नुकसान पहुंचाने के लिए खड़े हो जाते हैं। उन्होंने आगे दावा किया कि आज पाकिस्तान अधिकृत जम्मू और कश्मीर के लोग खुलेआम कहते हैं कि वे भारत का हिस्सा बनना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि आप पाकिस्तान में महंगाई और असुरक्षा देख सकते हैं। पूर्व प्रधानमंत्री को सलाखों के पीछे डाल दिया गया है। कई युद्धों में हारने के बाद अब पाकिस्तान अपने आतंकवादियों को यहां पाकिस्तान जैसी स्थिति बनाने के लिए भेजता है लेकिन हमारे सुरक्षा बल मजबूती से अपनी चौकियों पर डटे हुए हैं।
जम्मू-कश्मीर के बजट पर बोलते हुए सत शर्मा ने कहा कि केंद्र द्वारा आवंटित धन यहां के लोगों तक पहुंचना चाहिए। हमने अपने विधायकों से कहा है कि हमें बजट सत्र में रचनात्मक और सकारात्मक रूप से भाग लेना चाहिए। यहां की सरकार को संतुलित बजट तैयार करना चाहिए।
हिन्दुस्थान समाचार / सुमन लता