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फतेहाबाद, 22 फरवरी (हि.स.)। एक तरफ जहां सरकार पुराने वृक्षों के संरक्षण को प्रोत्साहित करने के प्रयासों में जुटी है, वहीं गांव बनगांव में बिना मंजूरी के 150 साल पुराने पेड़ को काटने का मामला सामने आया है। इस बारे में खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी द्वारा पुलिस को शिकायत दर्ज करवाई है। इस आधार पर भट्टूकलां पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस को दी शिकायत में खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी अनिल कुमार ने कहा है कि गांव बनगांव के शमशेर सिंह ने उन्हें शिकायत दी है कि गांव की सरपंच द्वारा गांव के मेन चौक में 150 वर्ष से भी पुराने नीम के पेड़ को काटकर बेच दिया गया है। इसके अलावा गांव में और भी पेड़ों को सरपंच के द्वारा उखाड़ा जा चुका है। इस बारे में गौशाला के प्रधान लीलूराम आदि ने बताया कि यह नीम का वृक्ष गौशाला द्वारा अपने प्रयोग के लिए काटा गया था जोकि गायों की सेवा के लिए जरूरत थी। इसको लेकर ग्राम पंचायत द्वारा 29 जनवरी को एक प्रस्ताव पास करते हुए बताया गया था कि गांव के मेन चौक में एक नीम का सूखा पेड़ था, जिसको ग्राम पंचायत की मंजूरी के बिना कृष्ण प्रणामी गाैशाला द्वारा काट दिया गया है। पेड़ काटने पर कानूनी कार्रवाई का निर्णय लिया गया था। शिकायतकर्ता के अनुसार बिना अनुमति के पेड़ को काटना एनजीटी के आदेशों की अवहेलना है। इस पर बीडीपीओ द्वारा पुलिस को शिकायत दर्ज करवाई गई। इस मामले में गौशाला के अज्ञात कर्मचारी द्वारा नीम का सूखा पेड़ काटकर चोरी करने के आरोप में पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
हिन्दुस्थान समाचार / अर्जुन जग्गा