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नई दिल्ली, 21 फरवरी (हि.स.)। यूएसएड मामले पर भाजपा ने लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए उनपर देश के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया। भाजपा ने कहा कि राहुल गांधी संविधान की शपथ लेकर भी ऐसा काम कर रहे हैं। कांग्रेस और राहुल का भारत विरोधी रुख बेहद चिंताजनक है।
भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय चुनावों को प्रभावित करने को लेकर अमेरिकी सहायता के बारे में डोनाल्ड ट्रम्प के दावों का हवाला देते हुए कांग्रेस को कटघरे में खड़ा कियाा। भाटिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने मजबूत निर्णायक शासन देखा है। राहुल गांधी इसे बर्दाश्त नहीं कर सकते। वे भारत, इसके संविधान और इसके नागरिकों को धोखा दे रहे हैं।
भाटिया ने कहा कि राहुल और कांग्रेस का भारत विरोधी रुख बेहद चिंताजनक हो गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक बयान दिया था जिसमें बताया गया था कि कैसे यूएसएड फंडिंग का इस्तेमाल भारत की चुनावी प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने के लिए किया जा रहा था। लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कई देशभक्त पत्रकारों और संगठनों से चिंता जताई थी कि विदेशी ताकतें भारत के चुनावों में हस्तक्षेप करना चाह रही हैं। इस हस्तक्षेप का उद्देश्य दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता मोदी को हटाना और देश के गौरव को कमजोर करना था।
भाजपा प्रवक्ता भाटिया ने कहा कि 21 मिलियन अमेरिकी डॉलर इसलिए दिए गए क्योंकि भारत की चुनावी प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने और मोदी को हटाने का प्रयास किया गया था। कुछ समाचार पत्र और मीडिया इसे गलीचे के नीचे छिपाकर कवर करने की कोशिश कर रहे हैं। स्वंय अमेरिकी राष्ट्रपति ने स्पष्ट रूप से यह कहा है और उनसे बेहतर जानकारी किसी के पास नहीं हो सकती है।
भाजपा प्रवक्ता भाटिया ने कहा कि सोनिया गांधी एफडीएलएपी (एशिया-प्रशांत में फेडरेशन फॉर डेमोक्रेसी एंड लिबर्टी) की सह-अध्यक्ष थीं। भाजपा ने इस मंच पर सवाल उठाए थे। हमने पूछा, जब वह एफडीएलपी की सह-अध्यक्ष थीं तो कश्मीर को स्वतंत्र करने का सुझाव देने वाले प्रस्ताव क्यों पारित किए जा रहे थे? जब हम भारत की अखंडता को मजबूत करने के लिए अनुच्छेद 370 में संशोधन कर रहे थे तो सोनिया गांधी कथित तौर पर एक बैठक की अध्यक्षता कर रही थीं, जहां कश्मीर को भारत से अलग करने की वकालत के लिए एक प्रस्ताव पारित किया गया था। साफ है राहुल गांधी औऱ सोनिया गांधी देश की स्थिरता को पचा नहीं पा रहे हैं। इसलिए राहुल ने देश को भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से देश को तोड़ने की कोशिश की।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी