Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
कठुआ 21 फरवरी (हि.स.)। कठुआ में आयोजित पहला मेगा जॉब फेयर कार्यक्रम में पहुंचे कुछ युवक नाराज दिखे, उनका कहना था कि बनी बसोहली बिलावर जैसी तहसीलों से आए कई युवाओं को हजारों रुपए खर्च करने के साथ-साथ 200 से अधिक किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद भी खाली हाथ लौटना पड़ रहा हैं। उन्होंने इसे जिला प्रशासन की लापरवाही बताया और जिला प्रशासन से तहसील स्तर पर इस तरह के मेले आयोजित करने की अपील की।
शुक्रवार को कठुआ के स्पोर्ट्स स्टेडियम में बेरोजगार युवाओं के लिए मेगा जॉब फेयर का आयोजन किया गया जिसमें जिला कठुआ की सभी तहसीलों से युवा पहुंचे, विशेष तौर पर जिला कठुआ की पहाड़ी तहसील बिलावर, बसोहली बनी जैसे क्षेत्रों से आए युवाओं ने इस मेले को फ्लॉप शो बताया। उनका कहना था कि आज के आधुनिक युग में जिला प्रशासन ने नई तकनीक का सहारा नहीं लिया। अगर प्रशासन द्वारा ऑनलाइन माध्यम से एक पोर्टल बनाकर इस पर निजी इकाइयों की रिक्तियां डाली होती और युवा अपनी योग्यता के अनुसार ऑनलाइन के माध्यम से इसमें अप्लाई करते, तो इससे दूर दराज के क्षेत्र से आने वाले युवाओं का समय और पैसा दोनों की बचत होती। उन्होंने कहा कि एक तो पहले से ही बेरोजगार है ऊपर से हजारों रुपए खर्च कर 200 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद कठुआ पहुंचे और इसके बाद जिस भी निजी इकाई के काउंटर पर जा रहे थे तो सभी ने उन्हें खाली हाथ लौटाया, किसी ने उन्हें नो वैकेंसी कह कर लौटाया तो किसी ने डिग्री के साथ-साथ अनुभव ना होने के तथ्य देकर उन्हें निराश किया। बनी से आए युवाओं का कहना था कि वह एक दिन पहले कठुआ पहुंचे थे क्योंकि करीब 6 घंटे का सफर है और बीते कल तेज बारिश की वजह से उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ा। लेकिन उसके बाद जब सुबह जॉब फेयर में पहुंचे तो वह संतुष्ट नहीं हो पाए। उन्होंने कहा कि योग्यता के अनुसार उन्हें मेले में काम नहीं मिल रहा था। यहां तक कि ग्रेजुएट, डिग्री होल्डर, पालटेक्निकल, आईटीआई जैसे युवाओं को कुछ औद्योगिक इकाई काउंट पैकिंग में काम करने के लिए कह रहे थे जिसकी वजह से उनमें निराशा और रोष है। उन्होंने कहा कि अगर इतनी दूर आकर पैकिंग का काम करना होगा तो इससे अच्छा अपने ही क्षेत्र में दिहाड़ी लगाकर अपना गुजर-बसर कर सकते हैं। उन्होंने जिला प्रशासन से अपील की कि अगर भविष्य में भी इस प्रकार के जॉब फेयर लगाने है तो तहसील स्तर पर आयोजित किया जाए ताकि युवाओं का पैसा और समय की बचत हो।
हालांकि डीसी कठुआ मेला स्थल पर स्वयं निगरानी करते नजर आए, सुबह से लेकर दोपहर तक डीसी कठुआ राकेश मिन्हास कार्यक्रम स्थल पर मौजूद रहे, उन्होंने विभिन्न इकाई काउंटर पर जाकर निरीक्षण किया। डीसी कठुआ ने कहा कि जम्मू कश्मीर के कठुअर में पहली बार इस तरह का नौकरी मेला का आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि करीब 1500 युवा आज यहां से नौकरी पाकर जाएंगे। उन्होंने इस तरह के आयोजनों को भविष्य में भी जारी रखने के लिए कहा। लेकिन वहीं दूसरी और दूरदराज से आए युवा ना खुश दिखे। वही इंडस्ट्री एसोसिएशन की ओर से विक्रांत वर्मा ने बताया कि डीसी कठुआ की ओर से की गई पहल सराहनीय है। उन्होंने कहा कि पहली बार कठुआ में जॉब फेयर का आयोजन किया गया है थोड़ी बहुत कमियां रहती हैं। उन्होंने अपना सुझाव देते हुए कहा कि डीआईसी कठुआ या संबंधित विभाग अपने कार्यालय में एक पोर्टल जारी करें जिसमें कठुआ की औद्योगिक इकाइयों की जो रिक्तियां है उन्हें उस पोर्टल पर डाला जाए, जिसे ऑनलाइन के माध्यम से जिला कठुआ के दूरदराज के युवा अपने रिज्यूम कंपनी को पेश करें और योगयता अनुसार युवाओं को नौकरी दी जाए। इससे दूरदराज से आने वाले युवाओं का पैसा और समय दोनों में बचत होगी।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / सचिन खजूरिया