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हकृवि की ओर से सरसौद गांव में ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव के अंतर्गत कार्यक्रम
संपन्न
हिसार, 21 फरवरी (हि.स.)। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर
कम्बोज ने कहा है कि ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव स्नातक पाठ्यक्रम की एक उत्कृष्ट पहल
है, जो छात्राओं को ग्रामीण समुदाय के साथ जोडऩे और ग्रामीण परिवेश में व्यावहारिक
अनुभव प्राप्त करने का एक अनोखा अवसर प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों
में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सिलाई एवं कढ़ाई का अनुभव बहुत जरूरी है। उद्यमिता
के माध्यम से ग्रामीण महिलाएं अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ कर सकती हैं।
कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज शुक्रवार को विश्वविद्यालय के सामुदायिक विज्ञान
महाविद्यालय की छात्राओं की ओर से गांव सरसौद में ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव (रावे)
के तहत आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों के समापन अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
महाविद्यालय की अधिष्ठाता डॉ. बीना यादव ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। कुलपति प्रो.
बीआर कम्बोज ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था एवं पर्यावरण को स्वच्छ
बनाने के लिए महिलाओं को जागरूक किया जा रहा है। ऐसे कार्यक्रम ग्रामीण महिलाओं के
ज्ञान, कौशल, जागरूकता, निर्णय लेने की क्षमता और आत्मविश्वास में परिवर्तन लाने के
लिए अत्यंत लाभकारी होते हैं। हकृवि इस दिशा में अहम भूमिका निभाते हुए महिलाओं के
लिए विभिन्न तरह के प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें स्वरोजगार स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित
कर रहा है। यहां से प्रशिक्षण हासिल कर महिलाएं उस क्षेत्र में अपना व्यवसाय स्थापित
कर आगे बढ़ रही हैं।
अधिष्ठाता डॉ. बीना यादव ने कार्यक्रम में सभी का स्वागत करते हुए बताया कि
महाविद्यालय के अंतिम वर्ष की छात्राओं द्वारा रावे कार्यक्रम के तहत पौष्टिक व्यंजन
एवं हस्तशिल्प की प्रतियोगिताएं आयोजित की गई जिनमें महिलाओं ने बड़े उत्साह के साथ
भाग लिया। महिलाओं को मासिक धर्म, स्वच्छता, सिलाई-कढ़ाई, मशरूम की खेती, पोषण, वस्त्र
विज्ञान, घरेलू कार्यों सहित विभिन्न विषयों के बारे जानकारी दी गई। समापन अवसर पर
सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम के दौरान प्रदर्शनी भी लगाई गई। कृषि
कार्य अनुभव कार्यक्रम के दौरान उपरोक्त महाविद्यालय की प्राध्यापिका डॉ. वंदना वर्मा,
डॉ. कविता दुआ, डॉ. इला रानी, डॉ. प्रोमिला चहल, डॉ. नेहा, डॉ. रजनी, डॉ. अन्नु, डॉ.
रीना, डॉ. शालिनी रूखाया व राजकीय कन्या उच्च विद्यालय के प्राचार्य रामदास शास्त्री,
गांव सरसौद की सरपंच सुनीता व समाजसेवी प्रदीप भ्याण का महत्वपूर्ण योगदान रहा। कार्यक्रम
में डॉ. सरोज यादव ने सभी गणमान्य नागरिकों का धन्यवाद किया।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर