हॉस्पिटल मैनेजमेंट सिस्टम पर तेजी से कार्य करने की जरूरत : जेपी नड्डा
- केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने आईएमएस बीएचयू में एम्स जैसी सुविधाओं को लेकर समीक्षा बैठक की, बोले-आईएमएस बीएचयू के लिए धन की कोई कमी नहीं वाराणसी, 21 फरवरी (हि.स.)। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. जेपी नड्डा ने शुक्रवार शाम काशी
समीक्षा बैठक में केन्द्रीय मंत्री जेपी नड्डा


- केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने आईएमएस बीएचयू में एम्स जैसी सुविधाओं को लेकर समीक्षा बैठक की, बोले-आईएमएस बीएचयू के लिए धन की कोई कमी नहीं

वाराणसी, 21 फरवरी (हि.स.)। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. जेपी नड्डा ने शुक्रवार शाम काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के चिकित्सा विज्ञान संस्थान को एम्स का दर्जा मिलने के बाद अब तक की प्रगति को जाना। एक दिवसीय दौरे पर शहर में आए केन्द्रीय मंत्री ने न्यू सर्किट हाउस के सभागार में चिकित्सा विज्ञान संस्थान बीएचयू को एम्स जैसी सुविधाओं से लैस करने के संबंध में समीक्षा बैठक भी की। बैठक में उन्होंने कहा कि भारत सरकार चिकित्सा विज्ञान संस्थान को सभी सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि इसके लिए फंड की कोई कमी नहीं है। चिकित्सा विज्ञान संस्थान बीएचयू इसके लिए प्राथमिकता के अनुसार शॉर्ट टाइम एवं लॉन्ग टाइम ठोस प्लान बनाए। उन्होंने कहा कि संस्थान के चिकित्सकों के साथ ही पैरामेडिकल स्टाफ, नर्सिंग स्टाफ की बेहतर कैपिसिटी बिल्डिंग के साथ ही गुणवत्ता के साथ कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने हॉस्पिटल मैनेजमेंट सिस्टम पर भी तेजी से कार्य करने पर बल दिया।

बैठक में प्रदेश सरकार के मंत्री रविंद्र जायसवाल ने आईएमएस बीएचयू में मरीजों की सुविधा और उन्हें कम कीमत पर दवाइयां उपलब्ध कराने को लेकर जन औषधि केंद्रों को बढ़ावा देने की बात कही। इसके अलावा, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में चल रही विभिन्न केन्द्रीय स्वास्थ्य योजनाओं की प्रगति की जानकारी ली।

बैठक में प्रदेश के आयुष मंत्री डॉ. दयाशंकर मिश्र 'दयालु', कार्यकारी कुलपति काशी हिन्दू विश्वविद्यालय प्रो. संजय कुमार, संयुक्त सचिव, चिकित्सा, भारत सरकार डॉ. अंकिता मिश्रा, वाराणसी कमिश्नर कौशलराज शर्मा, चिकित्सा विज्ञान संस्थान के निदेशक डॉ. एस. शंखवार, बीएचयू ट्रामा सेंटर प्रभारी डॉ. सौरभ सिंह सहित बीएचयू के संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी