बांसुरी और मोहन वीणा की धुन से दर्शक हुए मुग्ध
-सात दिवसीय अनहद नाद कार्यक्रम का समापन महाकुम्भ नगर, 21 फरवरी (हि.स.)। शुक्रवार को स्पिक मैके और एचसीएल कॉन्सर्टस के संयुक्त तत्वावधान में सात दिवसीय अनहद-नाद कार्यक्रम ने अपने समापन के साथ कुम्भ नगरी में भारतीय शास्त्रीय कलाओं के प्रचार-प्रसार की
अतिथिगण


-सात दिवसीय अनहद नाद कार्यक्रम का समापन

महाकुम्भ नगर, 21 फरवरी (हि.स.)। शुक्रवार को स्पिक मैके और एचसीएल कॉन्सर्टस के संयुक्त तत्वावधान में सात दिवसीय अनहद-नाद कार्यक्रम ने अपने समापन के साथ कुम्भ नगरी में भारतीय शास्त्रीय कलाओं के प्रचार-प्रसार की अमिट छाप छोड़ी। कार्यक्रम के समापन दिवस में पद्म श्री से सम्मानित पंडित रोनू मजूमदार ने बांसुरी और, पद्म भूषण एवं ग्रैमी पुरस्कार से सम्मानित पंडित विश्व मोहन भट्ट ने मोहन वीणा से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।

इस अवसर पर रोनू मजूमदार की बांसुरी ने कृष्ण की बंशी की मधुर तान छेड़ी, तो वहीं विश्व मोहन भट्ट की मोहन वीणा ने सभी को भक्ति और संगीत के संगम में लीन कर दिया। इस दौरान रोनू के साथ बांसुरी पर कल्पेश और तबले पर रूपक भट्टाचार्य ने सहयोग दिया।

समापन अवसर पर स्पिक मैके के प्रदेश सचिव श्रेयश शुक्ला ने कहा “स्पिक मैके एक क्रांति है, जिसका उद्देश्य भारतीय शास्त्रीय कलाओं को समाज में गंगा की धारा के समान स्थापित करना है। अनहद-नाद से सम्पूर्ण विश्व ने इन कलाओं की अद्भुत आभा का आभास किया।“

शुक्रवार को कार्यक्रम में कलाकारों और आगंतुकों का स्वागत स्पिक मैके की प्रदेश समन्वयक मधु शुक्ला और कार्यक्रम स्थल संगीत एवं प्रदर्शन कला विभाग के विभागाध्यक्ष प्रेम कुमार मल्लिक ने किया। साथ ही इप्शिता शुक्ला ने संचालन में सहयोग दिया। इस दौरान ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अनुभव सिंह, शांभवी शुक्ला आदि मौजूद रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र