विद्यार्थियों ने मातृभाषा पर अपने-अपने विचार प्रस्तुत किये
जम्मू, 21 फ़रवरी (हि.स.)। अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के उपलक्ष्य पर सरकारी डिग्री महाविद्यालय रामगढ़ में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्रधानाचार्या प्रो. गीतांजलि अंडोत्रा ने की। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि
विद्यार्थियों ने मातृभाषा पर अपने-अपने विचार प्रस्तुत किये


जम्मू, 21 फ़रवरी (हि.स.)। अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के उपलक्ष्य पर सरकारी डिग्री महाविद्यालय रामगढ़ में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्रधानाचार्या प्रो. गीतांजलि अंडोत्रा ने की। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर प्रो. अदिति शर्मा, अशोक कुमार, प्रो. शिवाली पंजगोत्रा रहे। साथ ही महाविद्यालय के अन्य सभी प्रवक्ता, सहायक आचार्य एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।

इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के विभिन्न सत्रों के विद्यार्थियों ने मातृभाषा पर अपने-अपने विचार प्रस्तुत किये। इस कार्यक्रम में छठे सत्र की छात्रा जसवंत कौर ने अंतरराष्ट्रीय मातृ भाषा दिवस पर पंजाबी भाषा में विस्तार से अपने विचार प्रस्तुत किये। छठे सत्र की एक अन्य छात्रा ने इस अवसर पर हिंदी में एक कविता प्रस्तुत की। इसके अलावा दूसरे सत्र से भूमिका ने डोगरी मातृ भाषा में कविता प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संचालन हिंदी विभाग के प्रवक्ता डॉ. सुशील कुमार और अंजली देवी ने किया। उन्होंने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस 2025 की थीम भाषा का महत्व : अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस का रजत जयंती समारोह है और इस दिवस को मनाने के कारणों, मातृभाषा के महत्व और लुप्त हो रही भाषाओं की चर्चा की। साथ ही यह भी कहा कि ऐसी बहुत से भाषाएँ हैं जो लुप्त होने की कगार पर हैं। उनको बचाया जा सके तथा उनकी संस्कृति, सभ्यता से लोगों को परिचित कराया जा सके इसलिए इस दिवस को देश के हर क्षेत्र के प्रत्येक सरकारी संस्थान में मनाया जाना चाहिए।

हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा