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गुवाहाटी, 21 फरवरी (हि.स.)। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (पूसीरे) ने प्रयागराज में महाकुंभ मेला 2025 में आगंतुक तीर्थयात्रियों की यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए कई पहलों को लागू किया है। पूसीरे के क्षेत्राधिकार में अब तक चार लाख से अधिक श्रद्धालु यात्रा कर चुके हैं, इसलिए आराम और दक्षता बढ़ाने के लिए अतिरिक्त उपाय किए गए हैं। रेलवे ने सुरक्षा और वाणिज्यिक कर्मचारियों की संख्या में वृद्धि, संरक्षा को मजबूत करने और श्रद्धालुओं के लिए सहज और परेशानी मुक्त यात्रा सुनिश्चित करने के लिए परिचालन में सुधार पर ध्यान केंद्रित किया है।
पूसीरे के सीपीआरओ कपिंजल किशोर शर्मा ने आज एक बयान में बताया है कि महाकुंभ के दौरान, देश भर से लगभग 50 करोड़ तीर्थयात्रियों ने भारतीय रेलवे द्वारा संचालित लगभग 13,000 ट्रेनों में यात्रा की है। यात्रियों की बढ़ती भीड़ को प्रबंधित करने के लिए, पूसीरे द्वारा महाकुंभ के लिए स्पेशल ट्रेनों सहित सात से आठ नियमित ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है। कामाख्या, नाहरलगुन, गुवाहाटी, कटिहार, जोगबनी और रंगापाड़ा से अब तक स्पेशल ट्रेनों के कुल 26 फेरे चलाए गए। यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए, पूसीरे ने श्रद्धालुओं के लिए एक सुचारू और परेशानी मुक्त यात्रा सुनिश्चित करने के लिए ये अतिरिक्त ट्रेन सेवाएं शुरू की हैं। अब तक इन ट्रेनों से लगभग 3.37 लाख आरक्षित यात्री और 1.08 लाख अनारक्षित यात्री प्रयागराज गए हैं। इनमें से लगभग 1.10 लाख यात्री गुवाहाटी, लगभग 19,300 यात्री डिब्रूगढ़, लगभग 54,100 यात्री न्यू जलपाईगुड़ी और लगभग 34,500 यात्री जोगबनी से सवार हुए थे।
सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के लिए, पूसीरे ने रेलवे सुरक्षा बल, राजकीय रेलवे पुलिस और पर्याप्त रनिंग स्टाफ की एक मजबूत टीम तैनात की है, ताकि निर्बाध ट्रेन परिचालन सुनिश्चित किया जा सके। वास्तविक समय की निगरानी और कुशल भीड़ प्रबंधन के लिए प्रमुख स्टेशनों और मंडलों पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं। इसके अतिरिक्त, चौबीसों घंटे निगरानी सुनिश्चित करने के लिए प्रमुख स्थानों पर सीसीटीवी निगरानी बढ़ा दी गई है और यात्रियों की आवाजाही को नियंत्रित करने के लिए प्रवेश और निकास द्वार पर अतिरिक्त कर्मियों को तैनात किया गया है। बुजुर्ग यात्रियों, महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।
इस भव्य आध्यात्मिक आयोजन के दौरान प्रतिदिन हजारों श्रद्धालुओं के आने के साथ, ये व्यापक उपाय सुरक्षित, संरक्षित, आरामदायक और कुशलतापूर्वक प्रबंधित तीर्थयात्रा का अनुभव सुनिश्चित करने में पूसीरे के समर्पण को उजागर करते हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश