मंदसाैर: लाेकायुक्त ने श्रम विभाग के एक बाबू को  1800 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथाें पकड़ा
मंदसौर, 21 फ़रवरी (हि.स.)। मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ लाेकायुक्त की कार्रवाई लगातार जारी है। इसके बाद भी भ्रष्टाचार के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे है। ताजा मामले में मंदसाैर में शुक्रवार काे लोकायुक्त पुलिस ने श्रम विभाग के एक बाबू को 1800
लाेकायुक्त ने श्रम विभाग के एक बाबू को  1800 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथाें पकड़ा


मंदसौर, 21 फ़रवरी (हि.स.)। मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ लाेकायुक्त की कार्रवाई लगातार जारी है। इसके बाद भी भ्रष्टाचार के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे है। ताजा मामले में मंदसाैर में शुक्रवार काे लोकायुक्त पुलिस ने श्रम विभाग के एक बाबू को 1800 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। आराेपित ने एक सेवानिवृत्त कर्मचारी से ग्रेच्युटी के ब्याज की राशि जारी करने के एवज में रिश्वत मांगी थी।

जानकारी के अनुसार फरियादी भगवती लाल चौहान ने लाेकायुक्त काे शिकायत की थी।अपनी शिकायत में उन्होंने बताया कि वह जुलाई 2017 में बिजली विभाग से सेवानिवृत्त हुए थे। उन्हें देरी से ग्रेच्युटी मिली थी। इसके ब्याज के लिए उन्होंने जनवरी 2024 में उपायुक्त कार्यालय श्रम मंदसौर में आवेदन किया था। श्रम विभाग ने उनके पक्ष में 97,454 रुपये का भुगतान करने का आदेश दिया था। विद्युत वितरण कंपनी ने इस आदेश के खिलाफ श्रम आयुक्त इंदौर में अपील की थी। लेकिन, कंपनी की अपील खारिज हो गई। इसके बाद जब भगवती लाल ब्याज की राशि के लिए श्रम विभाग के बाबू कैलाश निनामा से मिले, तो उन्होंने 2500 रुपये की रिश्वत मांगी। बीती 19 फरवरी को भगवती लाल ने इस मामले की शिकायत लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक अनिल विश्वकर्मा से की। शिकायत की जांच के बाद आराेप सही पाए जाने पर लोकायुक्त की टीम ने आराेपित बाबू काे रंगे हाथाें पकड़ने की याेजना बनाई। शुक्रवार काे लाेकायुक्त ने फरियादी के हाथाें रिश्वत की पहली किश्त के 1800 रुपये के साथ बाबू कैलाश निनामा के पास भेजा। जैसे बाबू निनामा ने रिश्वत के पैसे लिए वहां पहले से माैजूद लाेकायुक्त की टीम ने उसे रंगे हाथाें गिरफ्तार कर लिया। इस कार्रवाई में निरीक्षक राजेंद्र वर्मा के नेतृत्व में आरक्षक श्याम, अनिल, उमेश, नेहा, हितेश और तीन सहायक ग्रेड कर्मचारियों की टीम शामिल थी।

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हिन्दुस्थान समाचार / नेहा पांडे