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महाकुम्भ नगर, 21 फरवरी (हि.स.)। किन्नर अखाड़ा की पुणे से महामंडलेश्वर स्वामी दीपानंद गिरि विश्व कल्याण और लोगों की उन्नति के लिए 26 वर्ष से बिना चप्पल पहने देश के कोने-कोने में भ्रमण कर सनातन धर्म का प्रचार प्रसार कर लोगों को जोड़ रही हैं। वह आने वाली पीढ़ियों को सनातन धर्म के प्रति जागरूक कर रही हैं।
महामंडलेश्वर स्वामी दीपा नंद गिरि पुणे की निवासी हैं, जो लिंगायत समुदाय से हैं। वह बताती है कि इनके घर में तुलजा भवानी का भव्य मंदिर बना हुआ है जिनकी प्रतिदिन सुबह शाम पूजा होती है। दीपा नंद गिरि हिन्दी, मराठी, कन्नड़ और अंग्रेजी भाषा की जानकार हैं। वह सदैव मराठी भेष-भूषा में रहती हैं और किन्नर अखाड़ा का तिलक लगाती है। उन्होंने बताया कि हम लोग तुलजा भवानी और छत्रपति शिवाजी महाराज का पूजन-अर्चन करते हैं।
उन्होंने आगे बताया कि छत्रपति शिवाजी महाराज को हम लोग भगवान मानते हैं। क्योंकि जब मुगलों का आतंक था तो उन्होंने महाराष्ट्र में आजादी की पताका फहराकर सनातन धर्म की रक्षा करते हुए सभी की रक्षा की थी। ऐसे में बच्चे से लेकर युवा और बुजुर्गो में छत्रपति शिवाजी महाराज के लिए सम्मान और आदर है। हम सभी माता तुलजा भवानी और छत्रपति शिवाजी महाराज का प्रतिदिन पूजन-अर्चन करने के बाद ही चाय, नाश्ता और खाना खाते हैं। महामंडलेश्वर ने बताया कि हम लोग सभी के कल्याण, भलाई और उन्नति की भगवान से सदैव प्रार्थना करते हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र