उग्रवाद उन्मूलन की दिशा में झारखंड जगुआर ने बनाई अलग पहचानः डीजीपी
रांची, 21 फरवरी( हि.स.)। रांची के टेंडर ग्राम स्थित कैंप में झारखंड जगुआर का 17वां स्थापना दिवस शुक्रवार को मनाया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर डीजीपी अनुराग गुप्ता शामिल हुए। इस मौके पर डीजीपी गुप्ता ने कहा कि एसटीएफ ने राज्य में उग्रवाद उ
कार्यक्रम की तस्वीर


रांची, 21 फरवरी( हि.स.)। रांची के टेंडर ग्राम स्थित कैंप में झारखंड जगुआर का 17वां स्थापना दिवस शुक्रवार को मनाया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर डीजीपी अनुराग गुप्ता शामिल हुए।

इस मौके पर डीजीपी गुप्ता ने कहा कि एसटीएफ ने राज्य में उग्रवाद उन्मूलन की दिशा में सफलतापूर्वक कार्रवाई करते हुए पिछले 17 साल में एक नई बुलंदी हासिल की है। इन 17 वर्षों के सफर में कई वीर जवानों को खोया है। उन्होंने राज्य में शांति और उन्नति के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले वीर बलिदानी जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

कार्यक्रम में आईजी अनुप बिरथरे ने कहा कि झारखंड जगुआर के विगत 17 सालों में उग्रवाद उन्मूलन की दिशा में कई उपलब्धियां हासिल की हैं। चाहे पारसनाथ की ऊंची पहाड़ियां हो या सारंडा के घने जंगल, चाहे बूढ़ा पहाड़ का दुरूह इलाका हो अथवा पारसनाथ पहाड़ का दुर्गम क्षेत्र, झारखंड जगुआर ने अपनी शौर्यपूर्ण उपस्थिति सभी जगह दर्ज कराई है। पिछले 17 वर्षों में इस बल ने अनेक अभियानों में सफलता हासिल की है। इसमें झारखंड जगुआर के विभिन्न वर्गों द्वारा 297 नक्सलियों की गिरफ्तारी की गई है और विभिन्न अभियानों के दौरान 34 दुर्दान्त उग्रवादियों को मुठभेड़ में मार गिराया है।

उन्होंने कहा कि स्थापना दिवस के इस अवसर पर झारखंड जगुआर के 23 शहीद पुलिस पदाधिकारी और कर्मियों के शहादत को नमन करते हुए उनके गृह जिला जाकर उनके परिवारों को सम्मानित किया गया।

अवसर पर झारखंड जगुआर मुख्यालय में आयोजित रक्तदान शिविर में पुलिस पदाधिकारी और कर्मियों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। उल्लेखनीय है कि झारखंड में वामपंथी उग्रवाद के उन्मूलन के लिए विशेष बल झारखंड जगुआर (एसटीएफ) का गठन साल 2008 में किया गया था।

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हिन्दुस्थान समाचार / विकाश कुमार पांडे