बकरी को बियरर चेक की तरह उपयोग कर सकते हैं किसान : डॉ अजय कुमार सिंह
-पांच दिवसीय बकरी पालन के प्रशिक्षण का हुआ समापन
बकरी पालन को बेरेर चेक की तरह कर सकते है उपयोग


कानपुर, 21फरवरी (हि.स.)। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के अधीन संचलित कृषि विज्ञान केंद्र दलीप नगर

कानपुर देहात में पांच दिवसीय बकरी पालन पर प्रशिक्षण का आयाेजन हुआ। शुक्रवार काे समापन के दाैरान केंद्र के प्रभारी डॉ अजय कुमार सिंह ने किसानाें काे बकरी पालन के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्हाेंने कहा कि बकरी पालन कम लागत में बहुत अच्छा व्यवसाय है।किसान भाई बकरी पालन काे बियरर चेक की तरह भी उपयोग कर सकते हैं।

उन्होंने बताया कि अनुसूचित जाति उप योजना के अन्तर्गत शिक्षित बेरोजगार लोगों ने रोजगार स्थापित करने के लिए पांच दिवसीय बकरी पालन पर प्रशिक्षण प्राप्त किया। जिसमें 11 महिला एवं 14 पुरुष मौजूद थे। साथ ही प्रतिभागियों को प्रशिक्षण का प्रमाण पत्र भी वितरित किए।

केंद्र के पशु पालन वैज्ञानिक डाक्टर शशिकांत ने बकरी का चुनाव ,रख रखाव , बीमारियां एवं उसके उपचार तथा मार्केटिंग की बात बताई। साथ ही प्रतिभागियों को यह भी बताया गया कि बकरी को बियरर चेक की तरह उपयोग किया जाता है। जब चाहे उसको कैश करा सकते हैं। जबकि अन्य पशु को बेचने का समय एवं बाजार का इंतजार करना पड़ता है।

डॉक्टर खलील खान ने बताया कि बकरियों का दूध दवा बनाने के काम आता है।

प्रशिक्षण का समापन डॉ राजेश राय ने सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद देकर प्रशिक्षण का समापन किया।

इस मौके पर डॉक्टर अरुण कुमार सिंह, डॉक्टर निमिषा अवस्थी,भगवान, शुभम सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / मो0 महमूद