गुरुग्राम में ऐतिहासिक विंटेज कारों की प्रदर्शनी का हुआ आगाज
-21 गन सैल्यूट कॉनकोर्स डी एलिगेंस नाम से किया गया है कार्यक्रम गुरुग्राम, 21 फरवरी (हि.स.)। 21 गन सैल्यूट कॉनकोर्स डी’एलिगेंस के 11वें संस्करण का भव्य शुभारंभ यहां लीला एंबियंस गोल्फ ग्रीन्स में हुआ। हरियाणा के कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह इस अवसर
फोटो नंबर-08: गुरुग्राम में ऐतिहासिक विंटेज कारों के कॉनकोर्स डी एलिगेंस के शुभारंभ अवसर पर मंत्री राव नरबीर सिंह व 21 गन सैल्यूट हेरिटेज ट्रस्ट के चेयरमैन एवं मैनेजिंग ट्रस्टी मदन मोहन, दूसरे चित्र में विंटेज कार के साथ पारंपरिक नृत्य करती कलाकार।


-21 गन सैल्यूट कॉनकोर्स डी एलिगेंस नाम से किया गया है कार्यक्रम

गुरुग्राम, 21 फरवरी (हि.स.)। 21 गन सैल्यूट कॉनकोर्स डी’एलिगेंस के 11वें संस्करण का भव्य शुभारंभ यहां लीला एंबियंस गोल्फ ग्रीन्स में हुआ। हरियाणा के कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह इस अवसर पर मुख्य अतिथि रहे। उन्होंने 21 गन सैल्यूट हेरिटेज ट्रस्ट के चेयरमैन एवं मैनेजिंग ट्रस्टी मदन मोहन द्वारा किए गए विंटेज कारों के कलेक्शन को सराहा।

इस आयोजन मेंं दुनिया की कुछ सबसे दुर्लभ और बेशकीमती विंटेज कारें गुरुग्रामवासियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हैं। तीन दिनों तक चलने वाले इस आयोजन में देश-विदेश की 125 से अधिक दुर्लभ विंटेज कारें और 50 विंटेज मोटरसाइकिलें प्रदर्शित की जा रही हैं, जो गुरुग्रामवासियों के लिए एक अनूठा अनुभव लेकर आई हैं। अपने संबोधन में मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि हरियाणा कभी भारत में पर्यटन के मामले में शीर्ष पर था, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में इसमें गिरावट देखी गई है। 21 तोपों की सलामी जैसे भव्य आयोजनों के साथ हम वास्तव में मानते हैं कि हमारा पर्यटन क्षेत्र अपनी प्रमुखता फिर से हासिल करेगा और एक बार फिर राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में आएगा। ये पहल केवल ऑटोमोबाइल के बारे में नहीं हैं। वे विरासत का जश्न मनाते हैं, पर्यटन को बढ़ावा देते हैं और गुरुग्राम की ओर वैश्विक ध्यान आकर्षित करते हैं। इसके लिए उन्होंने 21 गन सेल्यूट हेरिटेज ट्रस्ट के इस प्रयास की सराहना की।

लीला एंबियंस गोल्फ ग्रीन्स में आयोजित इस प्रतिष्ठित ऑटो शो में कारों की ऐसी विरासत पेश की जा रही है, जिसे देखने के लिए ऑटोमोबाइल प्रेमी और विशेषज्ञ दूर-दूर से आ रहे हैं। जब 1939 की डेलाहे (फिगोनी एट फलास्की) की चमचमाती बॉडी, 1903 डी डिऑन बूटोन की नायाब बनावट, और 1917 फोर्ड मॉडल टी रोडस्टर की ऐतिहासिक शान दर्शकों के सामने आई तो हर कोई देखता रह गया। ऐसी ही दर्जनों ऐतिहासिक कारें तीन दिनों तक गुरुग्राम में अपनी खूबसूरती बिखेर रही हैं। जिनमें वर्ष 1903 डी डिऑन बूटोन (इस शो की सबसे पुरानी कार), 1935 ब्यूक 90 (पूर्व अयोध्या राजपरिवार की), और 1935 कैडिलैक फ्लीटवुड शामिल हैं। इन कारों के जरिए ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग के स्वर्णिम युग की झलक मिलती है।

शाही परिवारों और प्रतिष्ठित कलेक्टर्स की मौजूदगी

इस साल के आयोजन में देश-विदेश के कई विंटेज कार कलेक्टर्स और राजघरानों के सदस्य शिरकत कर रहे हैं। इनमें योहान पूनावाला, विवेक गोयनका, दिलजीत टाइटस, जिमी टाटा, गौतम हरि सिंघानिया, हर्षपति सिंघानिया और अर्जुन ओबेरॉय* जैसे दिग्गज शामिल हैं। साथ ही जोधपुर, जैसलमेर, राजकोट, बड़ौदा, गोंडल, मैसूर, करौली, ग्वालियर, मोरबी, वांकानेर, कच्छ और संतरामपुर के राजपरिवार भी इस अनूठी प्रदर्शनी में हिस्सा ले रहे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर