ठोस अपशिष्ट कचरा प्रबंधन के लिये किए जाए प्रभावी कार्यः संभागीय आयुक्त
ग्वालियर, 21 फरवरी (हि.स.)। संभागीय आयुक्त मनोज खत्री ने कहा कि शहर में ठोस अपशिष्ट कचरा प्रबंधन के कार्य को प्राथमिकता से किया जाए। इसके साथ ही घर-घर से सूखा एवं गीला कचरा पृथक-पृथक एकत्र हो, इसके लिये भी सभी प्रबंधन किए जाएं। संभागीय आयुक्त खत्री न
कचरा प्रबंधन के संबंध में आयोजित बैठक


ग्वालियर, 21 फरवरी (हि.स.)। संभागीय आयुक्त मनोज खत्री ने कहा कि शहर में ठोस अपशिष्ट कचरा प्रबंधन के कार्य को प्राथमिकता से किया जाए। इसके साथ ही घर-घर से सूखा एवं गीला कचरा पृथक-पृथक एकत्र हो, इसके लिये भी सभी प्रबंधन किए जाएं। संभागीय आयुक्त खत्री ने शुक्रवार को उच्च न्यायालय के दिशा-निर्देश पर कचरा प्रबंधन के संबंध में आयोजित बैठक में यह निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर रुचिका चौहान, नगर निगम आयुक्त संघ प्रिय, संभागीय उप आयुक्त, डीआरडीओ के डॉ. आरके गोयल, अपर आयुक्त नगर निगम मुनीष सिकरवार, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के संभागीय अधिकारी, शासकीय अधिवक्ता दीपक खोत सहित निगम के विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

संभागीय आयुक्त मनोज खत्री ने कहा कि शहर में ठोस अपशिष्ट कचरा प्रबंधन के लिये संचालित प्लांट पूरी क्षमता के साथ कार्य करे, इसके साथ ही कचरा ट्रांसफर स्टेशन के माध्यम से भी सूखा एवं गीला कचरा पृथक-पृथक किया जाए। इसके साथ ही शहर में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में भी सूखा एवं गीला कचरा घर-घर से एकत्र हो, इसके लिये विशेष प्रबंधन किए जाएं। आम नागरिकों को सूखा एवं गीला कचरा घर से ही पृथक-पृथक देने के लिये जागरुक करने हेतु जन जागरूकता अभियान भी व्यापक स्तर पर चलाया जाए। नगर निगम द्वारा जन जागरूकता के लिये लगाई गई एजेंसी के माध्यम से पेम्प्लेट तैयार कर गीला एवं सूखा कचरा देने हेतु जागरूकता का कार्य किया जाए।

उन्होंने निर्देशित किया कि निगम की आईसी टीम डोर टू डोर जाकर नागरिकों को गीला एवं सूखा कचरा अलग-अलग देने हेतु जागरूक करें, इसके लिये सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों का भी व्यापक स्तर पर उपयोग किया जाए। उन्होंने यह भी निर्देशित किया है कि शहर में जिन स्थानों से बड़े पैमाने पर कचरा निकलता है उन्हें चिन्हांकित किया जाए। डोर टू डोर कचरा एकत्र करने वाली गाडियों में जन जागरूकता के लिये प्रभावी एनाउंसमेंट सिस्टम को भी अपनाया जाए।

संभागीय आयुक्त ठोस अपशिष्ट कचरा प्रबंधन के लिये विभिन्न संस्थाओं के साथ पृथक – पृथक बैठकें आयोजित करने के निर्देश भी दिए। इनमें स्कूल, मैरिज गार्डन, हॉस्पिटल, बड़े व्यवसायिक केन्द्र, होटल एवं अन्य ऐसी संस्थायें शामिल हैं। उन्होंने निर्देशित किया कि पॉलीथिन के प्रतिबंध को देखते हुए प्रभावी कार्रवाई एवं जन जागरूकता का कार्य भी किया जाए। पॉलीथिन विक्रेताओं के विरूद्ध भी कार्रवाई की जाए।

कलेक्टर रुचिका चौहान ने कहा कि नगर निगम के माध्यम से किए जा रहे कार्यों के साथ-साथ शहर में गीला एवं सूखा कचरा पृथक-पृथक करने हेतु व्यापक स्तर पर जन जागरूकता अभियान संचालित किया जाना जरूरी है। समाज के सभी वर्गों को जोड़कर इसके लिये कार्य किया जाना चाहिए। बड़े केन्द्र जहाँ से अधिक कचरा एकत्र होता है, उनके साथ बैठकें आयोजित कर गीला एवं सूखा कचरा पृथक-पृथक करने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

नगर निगम आयुक्त संघ प्रिय ने नगर निगम के माध्यम से ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिये किए जा रहे कार्यों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि निगम के कचरा प्रबंधन केन्द्र के माध्यम से भी निरंतर कार्य किया जा रहा है। डोर टू डोर कचरा कलेक्शन भी किया जा रहा है। इसके साथ ही गीला एवं सूखा कचरा पृथक-पृथक एकत्र करने के लिये जन जागरूकता का कार्य आईसी टीम के माध्यम से कराया जा रहा है।

निगम आयुक्त ने बैठक में बताया कि शहर में प्रतिदिन 400- 450 मैट्रिक टन कचरा एकत्र हो रहा है। इसके साथ ही विभिन्न ट्रांसफर स्टेशनों के माध्यम से कचरा प्रबंधन केन्द्र पर भेजा जा रहा है। निगम के विभिन्न संसाधनों के माध्यम से निरंतर कार्य किया जा रहा है। शासन स्तर पर भी शासन स्तर पर भी प्रस्ताव भेजकर कचरा प्रबंधन हेतु राशि की मांग की गई है। नगर निगम के विभिन्न प्रोजेक्टों के लिये भी जमीन आवश्यकता के प्रस्ताव भेजे गए हैं, जिन पर कार्रवाई की जा रही है। रेलवे एवं अन्य एजेंसियों के माध्यम से एनओसी प्राप्त करने का कार्य भी तेजी से किया जा रहा है। बैठक में दिए गए निर्देशों के परिपालन में निगम द्वारा शीघ्र ही कार्य प्रारंभ कर शहर में ठोस अपशिष्ट कचरा प्रबंधन के लिये और अधिक गति से कार्य किया जायेगा।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर