Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
जम्मू, 21 फ़रवरी (हि.स.)। अपनी शैक्षणिक और व्यावहारिक शिक्षण पहल के हिस्से के रूप में डोगरा डिग्री कॉलेज के इको वारियर क्लब ने कोटली मियां फतेह में फिशरीजेनिक्स एक्वाकल्चर फिश फार्म का शैक्षणिक दौरा आयोजित किया। इस दौरे ने छात्रों को मछली पालन और जलीय कृषि में व्यावहारिक अनुभव प्रदान किया जिससे टिकाऊ कृषि पद्धतियों के बारे में उनकी समझ बढ़ी।
बीबीए, बीकॉम और बीए कार्यक्रमों के 20 छात्रों के एक समूह ने संकाय सदस्यों पलक गुप्ता और सोनिया गुप्ता के साथ मछली प्रजनन, कटाई और जल गुणवत्ता प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं की खोज की। एक्वाकल्चर के विशेषज्ञ सेवानिवृत्त कर्नल सुनील सिंह संब्याल ने छात्रों को संबोधित किया और इस क्षेत्र में आवश्यक समर्पण पर जोर देते हुए कहा, मछली पालन के लिए आपको मछली बनना होगा। उन्होंने मछली पालन में बढ़ते करियर के अवसरों और उद्योग में वैज्ञानिक प्रगति के महत्व पर प्रकाश डाला।
छात्रों ने जलीय कृषि में संयंत्र मशीनरी, सूक्ष्मजीवों और संधारणीय प्रथाओं की भूमिका के बारे में भी सीखा। इस यात्रा ने उद्यमिता में रुचि जगाई, मछली पालन को एक व्यवहार्य व्यवसाय उद्यम के रूप में प्रदर्शित किया। प्रधानाचार्य बेला ठाकुर ने इस पहल की सराहना की और अनुभवात्मक शिक्षा के महत्व पर जोर दिया।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा