भजनलाल सरकार के पास एक साल का कोई काम गिनाने के लिए नहीं : गहलोत
जयपुर, 21 फ़रवरी (हि.स.)। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भजनलाल सरकार पर अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए विधानसभा सत्र नहीं चलाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पूरी सरकार तमाशा सरकार बन चुकी है और बजट पर चर्चा से ध्यान भटकाने का प्रयास कर रही है।
पूर्व सीएम अशोक गहलोत


जयपुर, 21 फ़रवरी (हि.स.)। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भजनलाल सरकार पर अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए विधानसभा सत्र नहीं चलाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पूरी सरकार तमाशा सरकार बन चुकी है और बजट पर चर्चा से ध्यान भटकाने का प्रयास कर रही है।

गहलोत ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर डोटासरा समेत छह कांग्रेसी विधायकों को विधानसभा से सस्पेंड करने पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा कि पहले भाजपा सरकार के एक मंत्री द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी पर अमर्यादित टिप्पणी तथा इस पर माफी ना मांगने पर विरोध करने वाले कांग्रेस विधायकों को सदन से निलंबित करना, यह दिखाता है कि राजस्थान विधानसभा में भी लोकसभा तथा राज्यसभा जैसा तरीका अपनाया जा रहा है। जैसे वहां अपनी असफलताओं को छिपाने के लिए सांसदों को सस्पेंड किया जाता है वैसे ही यहां किया गया है।

उन्होंने लिखा कि आखिर प्रश्नकाल में मंत्री को अपने जवाब के अलावा ऐसी टिप्पणी करने की क्या आवश्यकता थी? देश के लिए जान देने वाली नेता पर ऐसी ओछी मानसिकता से की गईं टिप्पणी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

गहलोत ने लिखा कि ऐसा लगता है कि पूरी सरकार ही तमाशा बन गई है। सरकार के पास एक साल का कोई काम गिनाने के लिए नहीं था इसलिए अभिभाषण पर इनकी असफलताएं उजागर करने वाला नेता प्रतिपक्ष का भाषण नहीं होने दिया। अब हमारे प्रदेशाध्यक्ष सहित दलित, पिछड़े, आदिवासी एवं अल्पसंख्यक वर्ग से आने वाले विधायकों को बजट सत्र से सस्पेंड कर दिया गया। कहीं ये बजट पर चर्चा से ध्यान भटकाने का ही तो प्रयास नहीं है?

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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित