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कानपुर 21 फरवरी (हि.स.)। संगमनगरी प्रयागराज में आयोजित हो रहे महाकुम्भ मेले के चलते दे शभर का रेल नेटवर्क पर काफी दबाव पड़ रहा है। 26 फरवरी को अंतिम स्नान होना है। जिसे लेकर प्रयागराज में अनुमानित भीड़ को देखते हुए श्रद्धालुओं को प्रयागराज तक सफलतापूर्वक पहुचाने और पूर्व में रेलवे स्टेशन पर घटित हुई घटनाओं के बाद से रेल प्रशासन रणनीति बनाकर कार्य कर रहा है। इन व्यवस्थाओं का जायजा लेने और सम्बंधित अधिकारियों को एडीजी रेलवे प्रकाश डी ने सेंट्रल स्टेशन का जायजा लेते हुए जीआरपी और आरपीएफ को कई दिशा निर्देश दिए।
संगमनगरी प्रयागराज में आयोजित महाकुम्भ स्नान में अब तक करोड़ों श्रद्धालु पुण्य कमा चुके हैं। श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ के चलते इसका असर रेलवे स्टेशन पर देखा जा रहा है। पूर्व में राजधानी दिल्ली में मची भगदड़ के बाद रेलवे ने ऐसी किसी स्थिति से निपटने के लिए रणनीति बनाकर काम करना शुरू कर दिया है। 26 फरवरी को होने वाले स्नान से पहले अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक रेलवे प्रकाश डी ने कानपुर सेंट्रल स्टेशन पहुंचकर स्थितियों का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि स्टेशन पर बढ़ते हुए दबाव को देखते हुए प्लेटफार्म पर ट्रेन आने से पहले यात्रियों की भीड़ न लगने पाए। इसके लिए ट्रेन आने से पहले श्रद्धालुओं को स्टेशन के बाहर ही रोक दिया जा रहा है। ट्रेन के आते ही यात्रियों को प्लेटफार्म तक आने की अनुमति दी जा रही है। जिससे की प्लेटफार्म पर अनावश्यक भीड़ न लग पाए साथ ही सुरक्षा की दृष्टि से जीआरपी, आरपीएफ और स्थानीय पुलिस बल तैनात है।
अंत में उन्होंने प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा कि किसी भी तरह की अफवाहों में न पड़े। ट्रेन आने पर अपनी बारी का इंतज़ार करते हुए ट्रेन में ही दाखिल हों, ताकि किसी भी तरह की कोई समस्या उत्पन्न न हो सके।
हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप