देश में एड्स निर्मूलन के प्रयासों में गुजरात अग्रसर : भूपेंद्र पटेल
-अहमदाबाद में तीन दिवसीय एचआईवी चिकित्सा विशेषज्ञों के राष्ट्रीय सम्मेलन ‘एसीकॉन 2025’ का उद्घाटन अहमदाबाद, 21 फ़रवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने शुक्रवार को अहमदाबाद में एचआईवी चिकित्सा विशेषज्ञों के राष्ट्रीय सम्मेलन ‘एसीकॉन 2025’ का उद्
अहमदाबाद में शुक्रवार से शुरू हुए तीन दिवसीय एचआईवी चिकित्सा विशेषज्ञों के राष्ट्रीय सम्मेलन ‘एसीकॉन 2025’ के उद्घाटन अवसर पर देश-विदेश से आए विशेषज्ञों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल।


-अहमदाबाद में तीन दिवसीय एचआईवी चिकित्सा विशेषज्ञों के राष्ट्रीय सम्मेलन ‘एसीकॉन 2025’ का उद्घाटन

अहमदाबाद, 21 फ़रवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने शुक्रवार को अहमदाबाद में एचआईवी चिकित्सा विशेषज्ञों के राष्ट्रीय सम्मेलन ‘एसीकॉन 2025’ का उद्घाटन किया। गुजरात में पहली बार आयोजित हो रहे इस सम्मेलन के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए पटेल ने कहा कि देश में एड्स निर्मूलन के प्रयासों में गुजरात अग्रसर है। एसीकॉन सम्मेलन जैसे कार्यक्रम इन प्रयासों को तेज बनाएंगे।

उन्होंने कहा कि गुणवत्ता युक्त स्वास्थ्य सेवाओं की व्यापक उपलब्धता के चलते सस्टेनेबल डेवलपमेंट के लक्ष्यों के अनुसार वर्ष 2030 तक एड्स मुक्त भारत के संकल्प को साकार करने में भी यह कॉन्फ्रेंस मार्गदर्शक एवं दिशादर्शक सिद्ध होगी। राज्य के इस वर्ष के बजट में स्वास्थ्य ढाँचे को अधिक सुदृढ़ करने के लिए स्वास्थ्य बजट में 16 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 23,385 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में ‘हॉलिस्टिक हेल्थकेयर’ की परंपरा को आत्मसात करते हुए राज्य में कोने-कोने तक सुदूरवर्ती गाँवों तक तथा साधारण से साधारण व्यक्ति को भी आसानी से स्वास्थ्य सेवाएँ मुहैया कराने वाली सुविधाएँ विकसित की गई हैं। गुजरात में स्वास्थ्य उप केन्द्रों से लेकर आधुनिक सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटलों सहित 11,000 से अधिक स्वास्थ्य केन्द्रों का एक्टिव तथा एफिशिएंट नेटवर्क है। उन्होंने कहा कि हाल में गुजरात में औसत आयु लगभग 70 वर्ष है, जिसे वर्ष 2047 तक बढ़ाकर लगभग 84 वर्ष करने का लक्ष्य ‘विकसित गुजरात रोडमैप’ में रखा गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में ‘सर्वे संतु निरामया’ की भावना के साथ नागरिकों को श्रेष्ठ स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराने के लिए अनेक आयोजन शुरू किए गए हैं। प्रधानमंत्री ने टीबी, एड्स एवं कैंसर जैसे गंभीर रोगों से लड़ने के लिए सभी को मिशन मोड पर कार्य करने को प्रेरित किया है। इस वर्ष के केन्द्रीय बजट में असाधारण रोगों के उपचार में उपयोगी लगभग 36 जीवनरक्षक दवाइयों को मूल कस्टम ड्यूटी से छूट दी गई है। देशभर में पिछले कई वर्षों से एचआईवी एड्स निर्मूलन एवं जागृति के प्रति किए जा रहे उल्लेखनीय कार्यों के कारण आज समाज में मानसिकता बदली है। उन्होंने कहा कि आज एचआईवी एड्स के मरीज समाज में सम्मानपूर्वक जीवन जी सकते हैं।

उल्लेखनीय है कि ‘एसीकॉन 2025’ सम्मेलन में देशभर से कई एचआईवी क्लीनिकल केयर विशेषज्ञ तथा शोधकर्ता भाग ले रहे हैं। दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, इटली, जर्मनी, केन्या जैसे देशों के एचआईवी रोग विशेषज्ञ भी इस कॉन्फ्रेंस में सहभागी हो रहे हैं। इस तीन दिवसीय सम्मेलन में एचआईवी से सम्बद्ध विषयों पर चिकित्सा व्याख्यान एवं सत्र आयोजित होंगे। उद्घाटन समारोह में एड्स सोसाइटी ऑफ इंडिया के पूर्व प्रेसिडेंट डॉ. ईश्वर गिलाडा ने सभी का स्वागत किया। ‘एसीकॉन 2025’ के सह-अध्यक्ष डॉ. हर्ष तोशनीवाल ने आभार व्यक्त किया। ‘एसीकॉन 2025’ सम्मेलन के उद्घाटन अवसर पर अहमदाबाद की महापौर प्रतिभा जैन, एड्स सोसाइटी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. दिलीप मथाई सहित देश-विदेश के एचआईवी रोग विशेषज्ञ उपस्थित रहे।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद पाण्डेय