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देहरादून, 20 फरवरी (हि.स.)। उत्तराखंड कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने धामी सरकार के बजट को भ्रमित करने वाला दस्तावेज बताया। उन्होंने कहा कि बजट में बढ़ते कर्ज, बेरोजगारी, पलायन, स्वास्थ्य, शिक्षा और किसान कल्याण पर कोई ठोस नीति नहीं है। यह सिर्फ चुनावी वादों का पुलिंदा है, जिसमें अमल की कोई स्पष्ट योजना नहीं दिखती।
उत्तराखंड कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने बजट जारी प्रतिक्रिया में कहा है कि उत्तराखंड को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए इस बजट में कोई ठोस प्रावधान नहीं किया गया है कि हमारे संसाधन और आर्थिक स्रोत कैसे बढ़ेंगे।
उन्होंने कहा कि बढ़ता कर्ज, कमजोर वित्तीय प्रबंधन की बजट में झलक है। रोजगार और पलायन पर ठोस नीति का अभाव है। स्वास्थ्य और शिक्षा में अपर्याप्त प्रावधान के साथ ही किसान और ग्रामीण विकास की उपेक्षा की गई है। महिला सशक्तिकरण पर केवल दिखावे की योजनाएं है। बुनियादी ढांचा और स्मार्ट सिटी योजना में असंतुलन है। नमो थीम सिर्फ प्रचार के लिए रखा गया है।
पुरानी योजनाओं को नए नामों से दोबारा पेश किया गया। आपदा प्रबंधन और पर्यावरण संरक्षण और पर्यटन और उद्योग क्षेत्र की अनदेखी की गई है। चारधाम यात्रा और पर्यटन विकास के लिए कोई ठोस रणनीति नहीं, सिर्फ घोषणाएं की गईं, स्थानीय उद्योगों और स्टार्टअप्स के लिए कोई ठोस पैकेज नहीं।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश कुमार