साइबर सुरक्षा तंत्र को मजबूत बनाकर ठगों के विरुद्ध की जा रही कड़ी कार्रवाई : गृह राज्य मंत्री
जयपुर, 20 फ़रवरी (हि.स.)। गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म ने गुरुवार को विधानसभा में कहा कि राज्य सरकार द्वारा साइबर क्राइम की रोकथाम के लिए लगातार प्रभावी कार्रवाई की जा रही है। नवाचारों और नई तकनीक के समावेश से साइबर सुरक्षा तंत्र को मजबूत किया जा
विधानसभा


जयपुर, 20 फ़रवरी (हि.स.)। गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म ने गुरुवार को विधानसभा में कहा कि राज्य सरकार द्वारा साइबर क्राइम की रोकथाम के लिए लगातार प्रभावी कार्रवाई की जा रही है। नवाचारों और नई तकनीक के समावेश से साइबर सुरक्षा तंत्र को मजबूत किया जा रहा है। प्रदेश भर में साइबर शील्ड और एन्टी वायरस अभियान चलाए गए हैं।

उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के समय में साइबर अपराधियों पर कार्रवाई करने गई पुलिस को पीटने की घटनाएं सामने आई थीं। अब सरकार ने साइबर अपराधियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करते हुए उनके द्वारा साइबर ठगी से अर्जित की गई सम्पत्तियों को पीला पंजा अभियान चलाकर तोड़ने की कार्रवाई की है। कड़ी कार्रवाइयों के चलते साइबर अपराधी ठगी का धंधा छोड़ने पर मजबूर हुए हैं।

गृह राज्य मंत्री प्रश्नकाल के दौरान सदस्यों द्वारा इस संबंध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि अलवर, डीग, भरतपुर, जयपुर तथा जोधपुर में सबसे अधिक साइबर अपराध हुए हैं। इससे राज्य के अन्य जिले भी प्रभावित हुए हैं। राज्य सरकार द्वारा साइबर क्राइम पर अंकुश लगाने के लिए न केवल साइबर थानों का गठन किया गया है। बल्कि प्रदेश भर में समय समय पर विभिन्न अभियान भी चलाए जा रहे हैं। इसके अलावा 27 प्रदेशों के साइबर एक्सपर्ट्स को आमंत्रित कर कार्यशाला का आयोजन किया गया तथा हैकाथॉन का भी आयोजन किया गया।

विधायक दीप्ति किरण माहेश्वरी के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में गृह राज्य मंत्री ने कहा कि राज्‍य में साइबर धोखाधड़ी और साइबर अपराधों पर नियंत्रण के लिए राज्‍य स्‍तर पर पुलिस मुख्‍यालय में महानिदेशक पुलिस, साइबर क्राइम तथा पुलिस अधीक्षक साइबर क्राइम के पद स्‍वीकृत हैं तथा वर्तमान में दोनों अधिकारी कार्यरत हैं। वर्तमान में राज्‍य में कुल 36 साइबर पुलिस थानों का गठन किया हुआ है। इन थानों में नियमित रूप से साइबर अपराध से संबंधित प्रकरणों को दर्ज कर प्रभावी रूप से कार्य किया जा रहा है। उन्होंने वर्तमान में संचालित साइबर पुलिस थानों का विवरण सदन के पटल पर रखा।

उन्होंने राज्‍य में साइबर धोखाधड़ी निवारण तंत्र को अधिक प्रभावी बनाने के लिए अब तक केन्‍द्र व राज्‍य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का विवरण सदन के पटल पर रखा।

बेढ़म ने कहा कि राज्‍य में साइबर धोखाधड़ी और अपराधों से निपटने के लिए प्रदेश में वर्तमान साइबर क्राइम हेल्‍प लाइन 1930 में 25 कॉल – टेकर की सेवाऐं 24X7 आमजन के लिए उपलब्‍ध हैं। उक्‍त सभी 25 साइबर हेल्‍प लाईन रेंज मुख्‍यालयों पर स्थित हैं।

उन्होंने कहा कि 15 अक्‍टूबर 2024 से पूर्व प्रदेश में साइबर क्राइम हेल्‍पलाइन 1930 पर सात कॉल टेकिंग लाइन्स थी, जिसकी कॉल रिसीव कर शिकायत निवारण करने की सफलता दर 33 प्रतिशत थी। वर्तमान में 1930 साइबर क्राइम हेल्‍प लाइन पर 25 कॉल टेकिंग लाइन्‍स हैं, जिनकी कॉल रिसीव कर शिकायत निवारण करने की सफलता दर 12 फरवरी 2025 को बढ़कर 69 प्रतिशत हो गई है। साइबर क्राइम हेल्‍प लाइन की संख्‍या अधिक करने से आम-जन के लिए कॉल रिप्‍लाई कर राहत प्रदान करने में बढ़ोतरी हुई है।

गृह राज्य मंत्री ने कहा कि प्रकरण पर पुलिस प्रतिक्रिया समय परिवादी के द्वारा बताये गये समय व बैंक खातों के पूर्ण विवरण पर निर्भर करता है। पोर्टल पर प्रतिक्रिया समय पृथक से उपलब्‍ध नहीं है।

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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित