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कोलकाता, 20 फरवरी (हि. स.)। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने गुरुवार को कुंभ मेले को 'मुक्ति मेला' करार देते हुए इसे एक 'इंद्रधनुषी सेतु' बताया, जो मनुष्य को भगवान से जोड़ता है।
राज्यपाल का यह बयान तब आया है जब कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महाकुंभ को 'मृत्यु कुंभ' बताया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि मेले में मची भगदड़ के कारण कई लोगों की मौत हुई, लेकिन प्रशासन ने वास्तविक आंकड़ों को छुपाया।
राज्यपाल बोस ने कहा कि मैं किसी भी विवाद में नहीं पड़ना चाहता। यह एक लोकतांत्रिक व्यवस्था है और मुख्यमंत्री को अपनी राजनीतिक स्थिति के अनुसार किसी भी परिस्थिति पर टिप्पणी करने का अधिकार है। मैं इसे लोकतंत्र की खूबसूरती के रूप में देखता हूं।
उन्होंने आगे कहा कि जहां तक मेरा सवाल है, मैं बतौर राज्यपाल कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता। मैं वहां एक साधारण श्रद्धालु के रूप में गया था।
गौरतलब है कि राज्यपाल बोस ने हाल ही में प्रयागराज में कुंभ मेले में स्नान किया था।
उन्होंने कुंभ मेले को 'मुक्ति मेला' और 'मृत्युञ्जय मेला' बताते हुए कहा कि मेरे लिए कुंभ मेला भारत की महान परंपरा का शिखर है। कुंभ ईश्वर के साथ एकाकार होने का अवसर है। लाखों लोग वहां अपनी मर्जी से आते हैं, क्योंकि वे वहां रहना चाहते हैं। यह एक इंद्रधनुषी सेतु है, जो धरती को आकाश से, मनुष्य को भगवान से और आंतरिक जगत को बाहरी जगत से जोड़ता है।
बोस ने यह भी कहा कि मैं इसे भारतीय परंपरा और संस्कृति की उत्कृष्टता के रूप में देखता हूं और जहां तक राजनीतिक बयानों की बात है, उस पर मेरी कोई टिप्पणी नहीं है।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर