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हिसार, 19 फरवरी (हि.स.)। राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान हिसार की प्राचार्य प्रेम किरण ने कहा है कि जिले के सभी आईटीआई संस्थानों में दोहरी शिक्षा प्रणाली के तहत छात्रों को उद्योगों के साथ समन्वय में व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस पहल के अंतर्गत विभिन्न ट्रेड्स में प्रशिक्षणार्थी तीन से छह महीने की अवधि तक प्रतिष्ठित उद्योगों में कार्यरत रहते हुए पढ़ाई के साथ-साथ हाथों-हाथ प्रैक्टिकल ज्ञान प्राप्त करते हैं।प्राचार्य प्रेम किरण ने बुधवार को बताया कि इस प्रणाली का मुख्य उद्देश्य युवाओं को उद्योगों की वास्तविक कार्यप्रणाली से परिचित कराना है। प्रशिक्षण के दौरान छात्र न केवल तकनीकी कौशल सीखते हैं, बल्कि उद्योगों के संचालन, सुरक्षा मानकों और टीमवर्क जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं को भी समझते हैं। यह अनुभव उन्हें रोजगार के बाजार में प्रतिस्पर्धात्मक बनाने में मदद करता है।डुअल सिस्टम ऑफ ट्रेनिंग स्किल इंडिया मिशन के लक्ष्यों को पूरा करने में अहम भूमिका निभा रहा है। यह प्रणाली शिक्षा और उद्योग के बीच की खाई को पाटते हुए युवाओं को रोजगारोन्मुखी बना रही है। प्रशिक्षण पूरा करने के बाद छात्रों को उद्योगों द्वारा प्रमाणित किया जाता है, जो उनके करियर में नए अवसर खोलता है। हिसार जिले के आईटीआई संस्थानों ने डीएसटी के तहत इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल, वेल्डिंग और ऑटोमोबाइल जैसे ट्रेड्स में सैकड़ों छात्रों को प्रशिक्षित किया है। कई प्रशिक्षणार्थियों ने प्रशिक्षण के दौरान ही उद्योगों में नौकरी के प्रस्ताव प्राप्त किए हैं, जो इस पहल की प्रभावशीलता को दर्शाता है। प्राचार्य प्रेम किरण ने बताया कि राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, हिसार, सरकार की नीतियों के अनुरूप इस प्रणाली को और अधिक व्यापक बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। आगामी दिनों में भी इसके तहत नए ट्रेड्स शामिल किए जाएंगे और अधिक उद्योगों के साथ साझेदारी की जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर