Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
मंडी, 31 जनवरी (हि.स.)। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सराज विधानसभा क्षेत्र के थुनाग मंडल के परवाड़ा में आयोजित संविधान गौरव अभियान को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस ने सिर्फ गांधी नेहरू परिवार के हितों के बचाव के लिए हमेशा संविधान की धज्जियां उड़ाई हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की नेता रही स्वर्गीय इंदिरा गांधी को न्यायालय के समक्ष पेश न होना पड़े उसके लिए भी संविधान में संशोधन कर दिए गए। कांग्रेस ने अपने कार्यकाल के दौरान 75 से ज्यादा संविधान संशोधन किए। कांग्रेस पार्टी के नेताओं और गांधी नेहरू परिवार ने सदैव अपने आप को संविधान से ऊपर रखने का प्रयास किया। जब मन आया संविधान में संविधान अनुसार संशोधन किया और अपने मन माफिक चीजें संविधान में जोड़ी जिससे उन्हें सत्ता में बने रहने में मदद मिल सके। कांग्रेस द्वारा संविधान की उद्देश्यिका में भी बदलाव किया जिसे बाबा साहब ने संविधान की मूल आत्मा बताया था। कांग्रेस ने श्कांस्टीट्यूशन ऑफ़ इंडियाश् को श्कांस्टिट्यूशन ऑफ़ इंदिराश् बना कर रख दिया था।
जयराम ने कहा कि कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने अपने कार्यालय के दौरान 90 बार अनुच्छेद 356 का प्रयोग कर विपक्षी पार्टियों की सरकार को बर्खास्त किया। आज सत्ता से कुछ दिन बाहर रहने के बाद कांग्रेस के नेता जो संविधान की दुहाई दे रहे हैं वास्तव में उनका चरित्र और व्यक्तित्व सदैव संविधान विरोधी रहा हैं। जयराम ठाकुर ने कहा कि भारत रत्न बाबा साहब का कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने हमेशा अपमान किया है। बाबा साहब का अपमान करना ही कांग्रेस पार्टी, गांधी-नेहरू परिवार की पॉलिसी और लीगेसी रही है। बाबा साहब के अपमान का कोई भी मौका कांग्रेस के नेताओं ने आज़ादी के पहले भी नहीं छोड़ा और आज़ादी मिलने के बाद भी नहीं छोड़ा। उन्हें चुनाव जीतने से रोका, उन्हें मंत्रिमंडल से बाहर निकालने के कुत्सित प्रयास किए। चुनाव मे हरवाने के बाद उपचुनाव में भी हरवाने की साजिशें रची गई। जवाहरलाल नेहरू की सरकार ने बाबा साहब के 74333 वोट निरस्त करवाए। सरकारी में अपने परिजनों को सत्ता में रहते ही भारत रत्न देने वाले बाबा साहब को अपनी सरकार में भारत रत्न भी नहीं दिया। यह सब इतिहास में दर्ज है। बाबासाहब के इस्तीफे के बाद सदन में उन्हें बोलने तक नहीं दिया गया।
जयराम ठाकुर ने कहा कि केंद्र में जब भाजपा के सहयोग से सरकार आई तो बाबा साहब को भारत रत्न दिया गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार आई, तो अंबेडकर सेंटर बनकर तैयार हुआ। मोदी की सरकार ने लंदन में जहां बाबा साहब रहे थे, वहां उनकी एक स्मृति बनाई, दिल्ली में उनके निवास स्थान पर स्मृति स्थापित की, नागपुर की दीक्षा भूमि और मुंबई की चैत्य भूमि में भी स्मृतियां बनाई। भाजपा ने बाबा साहब की स्मृति में पंच तीर्थ बनाए जबकि कांग्रेस ने अपने परिवार के नेताओं के नाम पर हज़ारों की संख्या में स्मारक बनवाए और लाखों की संख्या में भवनों सडक़ों का नाम भी अपने परिवार के नाम पर रखा।
इस मौके पर स्थानीय भाजपा नेताओं पदाधिकारी के साथ स्थानीय लोग भारी संख्या में उपस्थित रहे।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / मुरारी शर्मा