महिला डिग्री कॉलेज ने क्षेत्रीय शहरी विकास एजेंसी के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
कठुआ 31 जनवरी (हि.स.)। महिला डिग्री कॉलेज कठुआ ने कॉलेज के आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन सेल के तत्वावधान में क्षेत्रीय शहरी विकास एजेंसी जेएंडके के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता ज्ञापन कठुआ में प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन के मुख्य उद्दे
Women's Degree College signs MoU with Regional Urban Development Agency


कठुआ 31 जनवरी (हि.स.)। महिला डिग्री कॉलेज कठुआ ने कॉलेज के आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन सेल के तत्वावधान में क्षेत्रीय शहरी विकास एजेंसी जेएंडके के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।

यह समझौता ज्ञापन कठुआ में प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन के मुख्य उद्देश्य के साथ हस्ताक्षरित किया गया है। इस सहयोग के तहत आरयूडीए काॅलेज में प्लास्टिक कचरे के संग्रह और उचित निपटान के लिए जिम्मेदार होगा। अपशिष्ट प्रबंधन पर जागरूकता बढ़ाने के लिए एक संवेदीकरण कार्यक्रम और व्यवहार परिवर्तन सत्र आयोजित किए जाएंगे, जिसमें कॉलेज के पास छात्रों, शिक्षकों और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों के हितधारक शामिल होंगे। यह सहयोग जैविक और अकार्बनिक अपशिष्ट प्रबंधन की विभिन्न नवीनतम तकनीकों के साथ कौशल को सशक्त बनाने के लिए डिजाइन किया गया है। एमओयू पर हस्ताक्षर रूडा जम्मू-कश्मीर के क्षेत्रीय कार्यालय में आयोजित किया गया, जिसमें दोनों संस्थानों के प्रमुख अधिकारियों ने भाग लिया। हस्ताक्षरकर्ताओं में संजीव अरोड़ा निदेशक आरयूडीए और डॉ सावी बहल प्रिंसिपल महिला डिग्री कॉलेज कठुआ थे। इस अवसर पर बोलते हुए निदेशक आरयूडीए ने कहा कि एमओयू का उद्देश्य एक साथ काम करना और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में अपने प्रयासों पर ध्यान केंद्रित करना होगा। यह सहयोग संसाधनों के अधिक प्रभावी उपयोग को बढ़ावा देगा और संस्थान को पर्यावरण संरक्षण के बेहतर अवसर प्रदान करेगा। प्रिंसिपल ने अपनी टिप्पणी में कहा कि यह साझेदारी संसाधन संरक्षण और सतत विकास में काफी मदद करेगी। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि यह समझौता ज्ञापन छात्रों को पर्यावरण संरक्षण में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए बेहतर अवसर प्रदान करेगा और उन्हें पर्यावरण योद्धाओं के रूप में स्थापित करेगा। इस अवसर पर डॉ इंद्रजीत कौर संयोजक आईक्यूएसी, डॉ अश्वनी खजूरिया एचओडी फूड साइंस जीडीसीडब्ल्यू कठुआ से और दिव्या हीरा प्रोजेक्ट एसोसिएट आरयूडीए भी उपस्थित थे। डॉ दीपशिखा शर्मा एचओडी पर्यावरण विज्ञान, सदस्य आईक्यूएसी ने पूरे कार्यक्रम का समन्वय किया।

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हिन्दुस्थान समाचार / सचिन खजूरिया