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पूर्वी चंपारण,31 जनवरी (हि.स.)।महात्मा गाँधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय के हिन्दी साहित्य सभा नें जयशंकर प्रसाद के 136वीं जयंती पर 'प्रसाद साहित्य के विविध आयाम' विषय पर विशेष संगोष्ठी का आयोजन किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ अंजनी कुमार श्रीवास्तव ने की।'प्रसाद साहित्य के विविध आयाम' विषय पर प्रकाश डालते हुए डॉ अंजनी कुमार श्रीवास्तव ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि संपूर्ण भारतीयता की अवधारणा प्रसाद साहित्य के केंद्र में हैं।
जयशंकर प्रसाद के साहित्य का उद्देश्य भविष्य को दृष्टि देना है। प्रसाद भारतीय संस्कृति को प्रसारित करने वाले रचनाकार हैं। जयशंकर प्रसाद अपने साहित्य के माध्यम से इतिहास गढ़ते हैं और इतिहास के बीच के अन्तराल एवं अवरोध को भी भरते हैं।
साहित्य सभा की अध्यक्ष सुनंदा गुराईं ने स्वागत वक्तव्य में कहा 'जयशंकर प्रसाद का रचना संसार भारतीय साहित्य का गौरव है उनकी कालजयी रचनाएं हमें भारतीय संस्कृति, इतिहास और मानवीय संवेदनाओं से गहराई से परिचित कराती हैं। कार्यक्रम में डॉ. आशा मीणा, सहायक आचार्य हिंदी विभाग एवं हिंदी विभाग के शोधार्थी और विद्यार्थी उपस्थित रहें। कार्यक्रम का सफल संचालन कुलदीप कुमार एम. ए. द्वितीय वर्ष, धन्यवाद ज्ञापन विकास कुमार शोधार्थी हिंदी विभाग तथा रिपोर्ट लेखन अस्मिता पटेल शोधार्थी हिंदी विभाग ने किया।
हिन्दुस्थान समाचार / आनंद कुमार