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देहरादून, 31 जनवरी (हि.स.)। उत्तरांचल विश्वविद्यालय में आयाेजित कार्यक्रम के दाैरान राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि.) गुरमीत सिंह ने ‘‘एन इनक्विजिशन इनटू द फिलॉसफी बिहाइंड द न्यू क्रिमिनल लॉज ऑफ इंडिया का विमोचन किया। यह पुस्तक भारत के तीन नए आपराधिक कानूनों-भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) और भारतीय साक्ष्य अधिनियम (बीएसए) के दार्शनिक आधारों और प्रगतिशील तत्वों पर प्रकाश डालती है।
इस पुस्तक काे उत्तरांचल विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति प्रो. राजेश बहुगुणा, विधि परामर्शी राज्यपाल अमित कुमार सिरोही और डॉ. वैभव उनियाल ने संयुक्त रूप से लिखी है।राज्यपाल ने सभी लेखकों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि तीन नए कानूनों पर किए गए शोध पर आधारित पुस्तक की जानकारी विद्यार्थियों, शोधकर्ताओं और नागरिकों के लिए अत्यंत उपयोगी साबित होगी। राज्यपाल ने कहा कि ‘‘न्याय में देरी, न्याय से वंचित’’ करने के समान होती है, और नए आपराधिक कानून इस समस्या को दूर करने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
इस अवसर पर उत्तरांचल विश्वविद्यालय के अध्यक्ष जितेन्द्र जोशी, उपाध्यक्ष अनुराधा जोशी, प्रमुख सचिव विधायी धनंजय चतुर्वेदी, सचिव राज्यपाल रविनाथ रामन, विधि परामर्शी अमित कुमार सिरोही, कुलपति उत्तरांचल विश्वविद्यालय प्रो. धर्मबुद्धि, प्रति कुलपति प्रो. राजेश बहुगुणा, प्राचार्य लॉ कॉलेज प्रो. पूनम रावत, डॉ. वैभव उनियाल आदि मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / Vinod Pokhriyal