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अजमेर, 31 जनवरी (हि.स.)। अजमेर जिला पुलिस ने साइबर ठगी के एक बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ करते हुए चार और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से कई बैंक खातों की डायरियां और अन्य सामग्री जब्त की है।
जिला पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा ने बताया कि इन आरोपियों को पहले पकड़े गए चार साइबर ठगों की निशानदेही पर गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों में ललित सिंह राव, शुभम सिंह राजपूत, हर्षित सिंह हाड़ा और शुभम खटीक शामिल हैं, जो सभी भीलवाड़ा के सुभाष नगर इलाके के रहने वाले हैं। इनकी उम्र 20 से 23 साल के बीच है। अब तक इस मामले में कुल आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पहले पकड़े गए आरोपियों में पृथ्वी सिंह, गौरी शंकर, शानू उर्फ रोनी और पवन सिंह के नाम शामिल हैं। यह गिरोह चैन की तरह काम करता है, जिसमें निचले स्तर के लोग मामूली कमीशन पर बैंक खाते और सिम कार्ड उपलब्ध कराते हैं। ये खाते और सिम कार्ड आगे ऊंचे कमीशन पर ठगी करने वालों को बेचे जाते हैं।
पुलिस ने बताया कि गिरोह ने सेविंग, करंट और कॉऑपरेटिव खातों का इस्तेमाल ठगी में किया है। इनमें लाखों-करोड़ों रुपये की लेन-देन की लिमिट होती है। गिरफ्तार आरोपियों के पास से कई बैंक खातों की जानकारी मिली है, जिनमें से कई खातों को फ्रीज किया गया है। गिरोह विभिन्न शहरों में एसबीआई, यूनियन बैंक, आईडीबीआई, यूको बैंक और सिटी बैंक समेत अन्य बैंकों में अपने नाम और दूसरों के नाम से खाते खुलवाता था। इनका इस्तेमाल साइबर अपराध और अवैध गतिविधियों के लिए किया जाता था। जांच में यह भी सामने आया है कि इन खातों से लाखों रुपये की यूएसडीटी करेंसी और अनसेफ पेमेंट का लेन-देन हुआ है।
पुलिस का कहना है कि यह गिरोह पूरे राजस्थान में सक्रिय था और आमजन को ठगी का शिकार बनाकर लाखों रुपये हड़पने का काम कर रहा था। मामले में आगे की जांच जारी है।
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हिन्दुस्थान समाचार / संतोष