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जम्मू, 31 जनवरी (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जम्मू-कश्मीर में विशेष पुलिस अधिकारियों (एसपीओ) के मानदेय में वृद्धि के संबंध में पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला पर भ्रामक और गैर-जिम्मेदाराना बयान देने का आरोप लगाया है। त्रिकुटा नगर में भाजपा मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए पार्टी प्रवक्ता गौरव गुप्ता, भाजपा प्रवक्ता बलबीर राम रतन और भाजपा मीडिया सचिव डॉ. प्रदीप महोत्रा ने अब्दुल्ला की अपुष्ट घोषणा से पैदा हुए भ्रम की कड़ी निंदा की।
भाजपा के मुताबिक यह विवाद 30 जनवरी को तब शुरू हुआ जब उमर अब्दुल्ला ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम हैंडल के माध्यम से एसपीओ मानदेय में वृद्धि की घोषणा की। उन्होंने इस बात पर खुशी व्यक्त की कि उनका वादा पूरा हुआ है। कुछ ही समय बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट ने इस दावे को दोहराया। हालांकि बाद में पोस्ट को हटा दिया गया और एक स्पष्टीकरण जारी किया गया जिसमें कहा गया कि जानकारी गलत थी और बिना सत्यापन के पोस्ट की गई थी। जवाब में एनसी ने भ्रामक पोस्ट के लिए जिम्मेदार व्यक्ति को जेकेएनसी के उपाध्यक्ष के सोशल मीडिया सलाहकार के पद से हटा दिया।
गौरव गुप्ता ने स्थिति से निपटने के इस तरीके की आलोचना करते हुए कहा कि इस तरह की गलत सूचना ने हजारों एसपीओ और उनके परिवारों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मानदेय वृद्धि गृह मंत्रालय (एमएचए) के अधिकार क्षेत्र में आती है न कि मुख्यमंत्री के अधिकार क्षेत्र में जिससे अब्दुल्ला की शासन प्रोटोकॉल की समझ पर सवाल उठे। गुप्ता ने जोर देकर कहा कि सोशल मीडिया सलाहकार को हटाना पर्याप्त नहीं है और मांग की कि उमर अब्दुल्ला व्यक्तिगत रूप से एसपीओ और उनके परिवारों से इस भ्रम के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगें।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा