मैं लड़ा-इसलिए हम सत्ता में आए, आज भी मेरा अपमान हो रहा : कृषि मंत्री डॉ.किरोड़ीलाल मीणा  
जयपुर, 31 जनवरी (हि.स.)। कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने शुक्रवार को अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज में मेरा अपमान हुआ, अब भाजपा राज में भी मेरा अपमान किया जा रहा है। आज का समय मिलावट का है। हां में हां करते जाएं
किरोड़ीलाल मीणा


जयपुर, 31 जनवरी (हि.स.)। कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने शुक्रवार को अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज में मेरा अपमान हुआ, अब भाजपा राज में भी मेरा अपमान किया जा रहा है। आज का समय मिलावट का है। हां में हां करते जाएंगे तो रिश्ते लंबे चलेंगे। यही होता है। हां जी के दरबार में जो हां जी नहीं करेगा, वह मरेगा। मेरी हां कहने की आदत नहीं है। मैं जो कहता हूं, सच कहता हूं।

डॉ. मीणा ने दावा किया है कि पांच साल तक विपक्ष की भूमिका भी सिर्फ उन्होंने निभाई और उनके संघर्ष की वजह से भाजपा प्रदेश की सत्ता में आई है। वे शुक्रवार काे विधानसभा परिसर में पत्रकाराें से बातचीत कर रहे थे। किरोड़ीलाल ने कहा कि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की बातों में नहीं जाता, लेकिन भ्रष्टाचार के मामले हैं। ऐसे मामले जिनमें युवा आज आस लगाए बैठा है, उस पर कार्रवाई होनी चाहिए।

मीणा ने कहा कि बीसलपुर बांध से गाद निकालने का ठेका दिया। ढाई सौ किलोमीटर तक गाद नहीं, बजरी निकाली जा रही है। सात करोड़ रुपए की बजरी रोजाना निकाली जा रही है। हमारी आंखों के सामने निकाली जा रही है। ऐसे बहुत मामले हो रहे हैं।

किरोड़ी के तेवर देखकर कानून मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि

माफिया पर नकेल कसने का काम पूरा हो रहा है। पेपर लीक के मुद्दे पर सरकार ने कार्रवाई की है, जो दोषी पाए गए हैं, उनको जेल में डाला है। सस्पेंड किया है। कांग्रेस राज में जिन-जिन परीक्षाओं में भ्रष्टाचार हुआ, उसके खिलाफ कार्रवाई हुई है।

कुछ दिन पहले सचिन पायलट ने तंज कसा था। उन्हाेंने कहा था कि जबसे सरकार बनी है किरोड़ी दुविधा में हैं। उन्होंने विपक्ष में रहते हुए मेहनत की थी, उसके अनुपात में उन्हें न पद मिला और न ही विभाग। इस्तीफा रिजेक्ट भी नहीं किया और स्वीकार भी नहीं किया। उनके साथ जो हो रहा है, उनसे पूछना बेहतर रहेगा। इतना ही कहना चाहता हूं चाहे एसआई भर्ती हो, चाहे ईआरसीपी का मुद्दा हो, उन्होंने अपनी बात को रखा, लेकिन क्या सरकार उनकी बात को सुन रही है?

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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित