सातवीं में पढ़ने वाले छात्र को हॉस्टल की छत से नीचे फेंकने के चार दिन बाद मौत
करौली, 22 दिसंबर (हि.स.)। निजी हॉस्टल में कक्षा सात में पढ़ने वाले छात्र को करीब चार दिन पहले हॉस्टल की छत से कथित रूप से नीचे फेंकने की वारदात में उपचार के दौरान रविवार को छात्र की मौत हो गई। परिजनों और ग्रामीणों ने शव लेने से इनकार कर दिया और अस्पत
छत से फेंका गया छात्र आैर ग्रामीण।


करौली, 22 दिसंबर (हि.स.)। निजी हॉस्टल में कक्षा सात में पढ़ने वाले छात्र को करीब चार दिन पहले हॉस्टल की छत से कथित रूप से नीचे फेंकने की वारदात में उपचार के दौरान रविवार को छात्र की मौत हो गई। परिजनों और ग्रामीणों ने शव लेने से इनकार कर दिया और अस्पताल के सामने धरने पर बैठ गए। हालां​कि, मुआवजे के आश्वासन के बाद शव ले लिया गया। मामले में पुलिस ने हॉस्टल के दो लोगों को डिटेन किया है।

घटना की जानकारी मिलने के बाद विधायक दर्शन सिंह गुर्जर सहित पुलिस प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा सहित दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया। इसके बाद परिजन शव लेने को सहमत हो गए। पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए हॉस्टल के दो लोगों को डिटेन किया है।

करौली के गांवडा मीना निवासी 14 वर्षीय बालक दिलराज मीना पुत्र रामावतार मीना, सपोटरा कुडगांव के एक स्कूल के हॉस्टल में पढ़ रहा था। वह सातवीं में था। परिजनों का आरोप है कि करीब चार दिन पहले बालक नहाने के लिए हॉस्टल की छत पर गया था, तभी हॉस्टल के स्टाफ ने बालक के साथ बेरहमी से मारपीट की और उसे छत से फेंक दिया, जिसके बाद बालक दर्द से तड़पता रहा। बालक की तबीयत में सुधार नहीं होने पर उसे गंगापुरसिटी के अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां हालत गंभीर होने पर उसे जिला अस्पताल करौली रैफर कर दिया गया,

लेकिन बालक के स्वास्थ्य में हो रही गिरावट और गंभीर स्थिति में शनिवार को उसे जयपुर रैफर कर दिया गया। बालक ने महुआ के पास रास्ते में ही दम तोड़ दिया।

परिजनों का आरोप है कि बालक ने चोरी-छिपे किसी का मोबाइल लेकर घटना की पिता को जानकारी दी। इसके बाद मृतक बालक का पिता अस्पताल पहुंचा, जहां उसने आपबीती सुनाई। बालक की मौत की सूचना के बाद ग्रामीण जिला अस्पताल में पहुंच गए और धरने पर बैठ गए। ग्रामीणों ने मांग कि की हॉस्टल को बंद किया जाए और आरोपिताें के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा और सरकारी सुविधाएं देने की भी मांग की गई।

घटना की जानकारी मिलने के बाद करौली विधायक दर्शन सिंह गुर्जर, करौली के कार्यवाहक एसडीएम कौशल गर्ग, सपोटरा डीएसपी कन्हैया लाल चौधरी, कुडगांव थानाधिकारी रूकमणी गुर्जर मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों और परिजनों से समझाइश की। विधायक द्वारा पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कहने के बाद परिजन शव लेने पर सहमत हो गए। पुलिस अधीक्षक बृजेश ज्योति उपाध्याय ने बताया कि हॉस्टल के दो लोगों को रात में ही डिटेन कर लिया गया। दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पीड़ित परिवार की ओर से जो रिपोर्ट सौंपी गई है, उस आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।

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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित