प्रशिक्षित कर युवाओं को शिक्षा, रोजगार से जोड़ रहा न्यूरो थेरेपी अनुसंधान प्रशिक्षण संगठन
- 1000 से अधिक केंद्रों पर दिया जा रहा प्रशिक्षण हरिद्वार, 22 दिसंबर (हि.स.)। विगत 25 वर्षों से न्यूरोथेरेपी के क्षेत्र में काम कर रहा लाजपत मेहरा न्यूरो थेरेपी अनुसंधान प्रशिक्षण संगठन ने अपनी उपलब्धियों को रखा इस दौरान संगठन की ओर से आगामी कार्यक
पत्रकारों से वार्ता करते हुए


- 1000 से अधिक केंद्रों पर दिया जा रहा प्रशिक्षण

हरिद्वार, 22 दिसंबर (हि.स.)। विगत 25 वर्षों से न्यूरोथेरेपी के क्षेत्र में काम कर रहा लाजपत मेहरा न्यूरो थेरेपी अनुसंधान प्रशिक्षण संगठन ने अपनी उपलब्धियों को रखा इस दौरान संगठन की ओर से आगामी कार्यक्रम पर चर्चा भी की। वर्तमान में संगठन की ओर से भारतीय वैदिक चिकित्सा को बढ़ावा देने के लिए 1000 से अधिक केंद्रों पर प्रशिक्षण दिया जा रहा।

प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए संस्थान के पदाधिकारियों ने बताया कि हमारा यह संगठन अल्टरनेटिव थेरेपी और वैदिक चिकित्सा के क्षेत्र में पिछले 25 वर्षों से अपना अतुलनीय योगदान देता आ रहा है। आज 18 राज्यों के कई शहरों में संस्था के सेंटर स्थापित है जिनमें न्यूरोथेरेपी के क्षेत्र में रुचि रखने वाले छात्रों को बैचलर और मास्टर डिग्री कोर्सेज कराकर उन्हें आत्मनिर्भर बना रहा है बल्कि संस्थान में आने वाले आर्थिक रूप से पिछड़े छात्रों को योग्यता के आधार पर बिना किसी बाहरी मदद के छात्रवृत्ति भी उपलब्ध करा रहा है।

संस्था के अजय गांधी (प्रेसिडेंट, एकेडमिक अफेयर्स) ने जानकारी देते हुए बताया कि संस्था की ओर से आगामी 24-26 जनवरी को हरिद्वार के जम्मू यात्री भवन में सिल्वर जुबली कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है जिसमें ऑर्थोपेडिक डिसऑर्डर पर विशेषज्ञों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह आयोजन नई पीढ़ी के चिकित्सकों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।

प्रेस वार्ता में रामगोपाल परिहार (संगठन प्रधान) ने बताया कि हमारा उद्देश्य वैदिक चिकित्सा और न्यूरोथेरेपी को वैज्ञानिक तरीके से स्थापित करना और इसे वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाना है। इस कार्यक्रम में विभिन्न विश्वविद्यालयों और चिकित्सा संस्थानों से जुड़े विशेषज्ञ हिस्सा लेंगे,जो इसे और अधिक प्रभावशाली बनाएंगे।

संगठन मंत्री पुष्पक श्रीवास्तव ने कहा कि संगठन शिक्षा, रोजगार और शोध के क्षेत्र में निरंतर योगदान कर रहा है। हमारा लक्ष्य युवाओं को स्वरोजगार और वैकल्पिक चिकित्सा के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाना है। इस कार्यक्रम से देशभर में वैदिक चिकित्सा के प्रचार-प्रसार को नई दिशा मिलेगी।

प्रेस वार्ता को संगठन के नेशनल असिस्टेंट कोऑर्डिनेटर अवधेश सिंह ठाकुर, कोषाध्यक्ष सुमित महाजन आदि ने भी संबोधित किया। इस दौरान सांथन से जुड़े कई अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला