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अशोकनगर, 22 दिसम्बर(हि.स.)। दो दिन पहले भोपाल-रायसेन के मंडोरा-मंडोरी के जंगलों में जिस कार से 54 किलो सोना और करीब दस करोड़ की नगदी बरामद हुई है, उस कार का मालिक मछली पकने का ठेका भी लेता था, जिसने जिले के चंदेरी-ललितपुर सीमा स्थित राजघाट बांध में मछली पकडऩे का ठेका अब से करीब दो वर्ष पूर्व 16 करोड़ से अधिक की रकम चुका कर लिया था। इस ठेका की अवधि पूरे पांच वर्ष थी। जो कि 2027 में पूरी होने वाली है।
दरअसल, आयकर और पुलिस ने भोपाल के पूर्व आरटीओ आरक्षक सौरभ शर्मा के घर-ठिकानों पर दबिश देने के बाद सौरभ के साथी चेतन सिंह गौर की कार रायसेन के मंडोरा-मंडोरी के जंगलों से लावारिस जब्त की थी। इस कार में 54 किलो ग्राम सोना एवं दस करोड़ से अधिक नगदी पाई गई तो हडक़ंप मच गया।
पुलिस को जांच पड़ताल के दौरान पता चला कि ग्वालियर निवासी चेतन सिंह गौर के नाम से यह कार पंजीकृत है और चेतन सिंह गौर, पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के बुलाने पर ही ग्वालियर से करीब चार वर्ष पहले भोपाल आ गया था। चेतन सिंह गौर की जांच पड़ताल के दौरान उसके द्वारा जिले के राजघाट बांध में मछली का ठेका लेने की बात सामने आई है।
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हिन्दुस्थान समाचार / देवेन्द्र ताम्रकार