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जयपुर, 22 दिसंबर (हि.स.)। प्रदेशवासियों को स्वस्थ और सुखद जीवन के मंत्र देने के उद्देश्य से आयोजित एसके वर्ल्ड हेल्थ एंड वेलनेस फेस्ट का रविवार को तीसरा एवं अंतिम दिन रहा। फेस्ट की तीसरे दिन की शुरुआत रियान इंटरनेशनल स्कूल और आईआईईएमआर के सौजन्य से मानसरोवर स्थित वी. टी रोड पर आयोजित किड्स मैराथन हुई जिसमें शहर के 35 से अधिक स्कूलों के करीब पांच हजार बच्चों ने 1 से 4 किलोमीटर की कैटेगिरी में भाग लिया और हेल्थ एवं वेलनेस का संदेश दिया। फेस्ट में 428 से अधिक लोगों ने रिस्ट बैंड पहनकर जुंबा किया जिसे ऑक्सफोर्ड बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में जगह मिली। ब्रेस्ट कैंसर को हराकर जिंदगी की जंग जीतने वाली अभिनेत्री महिमा चौधरी ने जीवन को सरल, स्वस्थ और सफल बनाने के गुर बताएं। कबीर कैफ़े की रूहानी म्यूजिकल परफॉर्मेंस ने जयपुरवासियों को झूमने पर मजबूर कर दिया।
ज्यादा कमाने की चाह में अपनी सेहत को बिगाड़ना सही नहीं
हमें हमेशा से यह बताया गया है कि जितनी जरूरत हो उतना ही पैसा कमाने की चाह रखनी चाहिए लेकिन हम हमेशा ज्यादा की चाह में दौड़-भाग करने में लगे रहते हैं। ऐसी सोच रखने से हमारे शरीर पर जो गलत असर पड़ता है उसका एहसास हमें तब होता है जब कोई गंभीर बीमारी हमें घेर लेती है। इसलिए खुश रहें, संतुष्ट रहें। रविवार को हेल्थ एंड वैलनेस फेस्ट में बॉलीवुड अभिनेत्री महिमा चौधरी ने जयश्री पेरीवाल स्कूल की चेयरपर्सन जयश्री पेरीवाल के साथ हुई बातचीत में अपने विचार रखे। जाहिर है इन्होंने कैंसर को हराया और सभी के लिए प्रेरणास्त्रोत बनीं।
महिमा ने बताया, मैं यह मानती हूं कि जब मुझे कैंसर हुआ उन कुछ सालों में मुझे काफी तनाव था, हो सकता है कि यही वजह रही हो जिसने मेरे शरीर पर विपरीत असर डाला। इसलिए आप सभी तनाव से दूर रहें, समय पर खाना खाएं, भरपूर नींद लें और जितना हो सके अपनों के साथ समय बिताएं, उनसे अपने दिल की बातें जरूर साझा करें। आज सिर्फ खाने का नहीं बल्कि पानी का भी ध्यान रखना बहुत जरूरी है। ऑर्गेनिक सब्जियों का उपयोग करें, स्वच्छ जल का सेवन करें, शुगर न लें, दिन में दो बार खाना खाएं और शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
फेस्ट में फ्यूचर ऑफ सर्जरी विषय पर सेशन हुआ जिसमें डॉ.रजनीश, डॉ.सौरभ जैन और डॉ.राहुल यादव के पैनल ने भाग लिया। सेशन में रोबोटिक्स और एआई से सर्जरी पर चर्चा हुई। पैनल ने बताया कि डॉक्टर और रोबोट दोनों अलग अलग है। सक्सेस रेट को बेटर करने के लिए रोबोटिक्स एक टूल मात्र है लेकिन यह एक वरदान से कम नहीं है। कहीं ओर बैठकर एक डॉक्टर हजारों किमी दूर बैठकर सफलतापूर्वक सर्जरी कर पाने में कामयाब हुआ है, यही रोबोटिक्स की कहानी बयां करता है।
उन्होंने बताया कि लोग आज भी रोबोटिक्स सर्जरी से डरते हैं लेकिन रोबोट अपने आप काम नहीं करता। यह केवल एक मशीनरी प्रोसेस है जो सर्जन की कमांड और निर्देशों पर काम करता है। इसका सक्सेस रेट भी आम सर्जरी से काफी ज्यादा है। अंत में उन्होंने यही कहा कि लोग वही आगे बढ़ते हैं, जो टेक्नोलॉजी को जल्दी एक्सेप्ट करते हैं और इसमें भारत काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है।
400 लोगों ने एक साथ किया जुंबा
एसके वर्ल्ड हेल्थ एंड वेलनेस फेस्ट का मंच एक खास पहचान बना, जहां 400 से अधिक लोगों ने रिस्ट बैंड पहनकर जुंबा किया। स्टेज से जैसे ही 'मेक सम नोइज..' का शोर उठा, बच्चों के साथ साथ बड़े भी झूम उठे।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश