जूस फैक्ट्री में लगी आग, लाखों का नुकसान, रेलवे फाटक बंद के कारण आग बुझाने वाली गाडी हुई लेट
कठुआ 22 दिसंबर (हि.स.)। कठुआ के औद्योगिक क्षेत्र घाटी में स्थित एक जूस फैक्ट्री में संदिग्ध परिस्थितियों में अचानक आग लग गई जिससे लाखों रुपए का नुकसान हो गया। फिलहाल आग लगने के कारणों की अभी तक पुष्टि नहीं हो पाई है। इसी बीच रेलवे फाटक बंद होने की वज
Fire breaks out in juice factory, loss worth lakhs


कठुआ 22 दिसंबर (हि.स.)। कठुआ के औद्योगिक क्षेत्र घाटी में स्थित एक जूस फैक्ट्री में संदिग्ध परिस्थितियों में अचानक आग लग गई जिससे लाखों रुपए का नुकसान हो गया। फिलहाल आग लगने के कारणों की अभी तक पुष्टि नहीं हो पाई है। इसी बीच रेलवे फाटक बंद होने की वजह से दमकल विभाग की गाड़ी करीब पौने घंटे के बाद आग बुझाने के लिए पहुंची।

रविवार को कठुआ के औद्योगिक क्षेत्र घाटी में स्थित जूस फैक्ट्री में अचानक भयानक आग लग गई जिससे फैक्ट्री का लाखों रुपए का नुकसान हो गया।

गनीमत यह रहा कि रविवार के चलते इकाई में श्रमिक नहीं थे जिसकी वजह से किसी की भी जान का नुकसान नहीं हुआ है। लेकिन लाखों रुपए का नुकसान फैक्ट्री का हो चुका है। वही आग लगने के बाद लोगों ने इसकी सूचना दमकल विभाग कठुआ को दी, इसके बाद दमकल विभाग की गाड़ियां कठुआ फायर स्टेशन से निकली लेकिन इसी बीच घाटी की ओर जाते वक्त बीच में पढ़ते रेलवे फाटक बंद होने की वजह से गाड़ी करीब पौने घंटे के बाद आग बुझाने के लिए पहुंची। लेकिन तब तक लाखों रुपए का सामान जलकर राख हो चुका था। दमकल विभाग के कर्मियों ने बताया कि जैसे ही उन्हें आग लगने की सूचना मिली तुरंत फायर स्टेशन कठुआ से निकले लेकिन रास्ते में रेलवे फाटक बंद होने की वजह से करीब 20 मिनट तक फाटक पर गाड़ी खड़ी रही जिसकी वजह से गाड़ी लेट पहुंची है। इसके बाद गाड़ी मौके पर पहुंची और आग पर काबू पा लिया गया।

वही स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से अपील की है कि घाटी में भी दमकल विभाग का कार्यालय होना चाहिए, हालांकि दमकल विभाग का कार्यालय तो है लेकिन वहां पर आग बुझाने वाली कोई भी गाड़ी नहीं है, जिसके चलते आग लगने के उपरांत गाड़ियों को कठुआ फायर स्टेशन से आना पड़ता है। और रास्ते में पड़ते रेलवे फाटक की वजह से नुकसान ज्यादा हो जाता है। उन्होंने कहा कि अगर रेलवे फटक की जगह अंडर पास होता तो शायद नुकसान कम होता। गौरतलब हो कि रविवार के चलते इकाई में छुट्टी थी जिसके चलते कोई भी श्रमिक इकाई में नहीं था। फिलहाल आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं लग पाया है।

हिन्दुस्थान समाचार / सचिन खजूरिया