बेज रंग के फिरन से लिपटे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कट-आउट को देखने पर्यटकों सहित बड़ी संख्या में लोग उमड़े
श्रीनगर, 21 दिसंबर (हि.स.)। श्रीनगर के लाल चौक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कट-आउट को शनिवार को अंतरराष्ट्रीय फिरन दिवस पर एक पारंपरिक कश्मीरी लबादा ‘फिरन’ से सजाया गया। मध्य कश्मीर के बडगाम जिले के एक स्थानीय कवि जमाल अली करबलाई उर्फ जमाल बडगामी
बेज रंग के फिरन से लिपटे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कट-आउट को देखने पर्यटकों सहित बड़ी संख्या में लोग उमड़े


श्रीनगर, 21 दिसंबर (हि.स.)। श्रीनगर के लाल चौक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कट-आउट को शनिवार को अंतरराष्ट्रीय फिरन दिवस पर एक पारंपरिक कश्मीरी लबादा ‘फिरन’ से सजाया गया। मध्य कश्मीर के बडगाम जिले के एक स्थानीय कवि जमाल अली करबलाई उर्फ जमाल बडगामी ने प्रधानमंत्री के कट-आउट पर एक बेज रंग का फिरन लपेटा जिसे देखने के लिए पर्यटकों सहित बड़ी संख्या में लोग उमड़ पड़े।

ऑल इंडिया मोदी फैन्स एसोसिएशन के अध्यक्ष होने का दावा करने वाले जमाल बडगामी ने संवाददाताओं से कहा कि हम पिछले चार सालों से फिरन दिवस मना रहे हैं और यह दूसरी बार है जब हमने मोदी जी को फिरन पहनाया है। हमने इजबंद (हरमाला के बीज) भी जलाए और उन पर मिठाइयाँ बरसाईं। इज़बंद के बीजों को पारंपरिक रूप से गर्म कोयले या कांगड़ी (कश्मीरी आग के बर्तन) पर रखा जाता है, जहाँ वे फटते हैं और सुगंधित धुआँ छोड़ते हैं।

माना जाता है कि धुआँ बुराई को दूर करता है। बडगामी ने कहा कि हम चाहते हैं कि फिरन दुनिया भर में मशहूर हो और हम मोदी जी के साथ फिरन दिवस मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोदी को फिरन पहनाने के पीछे का उद्देश्य उन्हें कश्मीर पर अधिक गंभीरता से ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित करना है।

हिन्दुस्थान समाचार / सुमन लता