यमुनानगर: श्रीमद्भागवत गीता का संदेश जन-जन तक है पहुंचाना: घनश्याम दास अरोड़ा 
यमुनानगर, 11 दिसंबर (हि.स.)। तीन दिवसीय गीता जयंती महोत्सव के समापन समारोह को लेकर शहर के विभिन्न क्षेत्रों से शोभायात्रा निकाली गई,जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। विधायक घनश्याम दास अरोड़ा ने शोभा यात्रा की शुरूआत की। बुधवार को जनसम्पर्क ए
विधायक घनश्याम दास अरोड़ा गीता जयंती पर


यमुनानगर, 11 दिसंबर (हि.स.)। तीन दिवसीय गीता जयंती महोत्सव के समापन समारोह को लेकर शहर के विभिन्न क्षेत्रों से शोभायात्रा निकाली गई,जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। विधायक घनश्याम दास अरोड़ा ने शोभा यात्रा की शुरूआत की।

बुधवार को जनसम्पर्क एवं भाषा विभाग एवं जिला प्रशासन द्वारा जिला स्तरीय गीता महोत्सव-2024 के उपलक्ष में आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रमों के तहत महाराजा अग्रसेन चौक नजदीक रेलवे स्टेशन से शोभा यात्रा निकाली गई और इस शोभा यात्रा को विधायक घनश्याम दास अरोड़ा ने झंडी दिखाकर रवाना किया। शोभा यात्रा की शुरुआत मंत्रो उच्चारण के साथ की गई। महाराजा अग्रसेन चौक से शुरू होकर शहर के रास्ते मुख्य कार्यक्रम स्थल दशहरा ग्राऊंड में सम्पन्न हुई। जहां पर जिला के अधिकारियों व गणमान्य लोगों ने शोभायात्रा का स्वागत कर श्रीमद्भागवत गीता को श्रद्धापूर्वक नमन किया।

शोभायात्रा में श्रीमद्भगवत गीता ग्रंथ की भव्य यात्रा में पालकी रखी गई। इस झांकी में विभिन्न विभागों के साथ-साथ सामाजिक-धार्मिक संस्थाओं की झांकियों के माध्यम से जीवन में गीता के संदेश की उपयोगिता व सामाजिक संदेशों को दर्शाया गया। इस मौके पर विधायक घनश्याम दास अरोड़ा ने कहा कि समाज में जन-जन तक गीता जी का संदेश पहुंचाना आज समय की जरूरत है। गीता जी हमें फल की चिंता किए बिना कर्म करने का संदेश देती है। जब व्यक्ति गीता के संदेश का मर्म समझ लेता है तब उसे जीवन में किसी से भय नहीं रहता है। गीता जी में भगवान श्रीकृष्ण ने यही संदेश दिया है कि जो व्यक्ति केवल फल की चिंता करता है और कर्म के प्रति पूर्ण समर्पण नहीं कर पाता है उसे कर्म का पूरा फल नहीं मिल पाता है।

हिन्दुस्थान समाचार / अवतार सिंह चुग