आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के सुविधार्थ जनरल कोच की संख्या में बढ़ोतरी
गुवाहाटी, 11 दिसंबर (हि.स.)। भारतीय रेलवे (आईआर) सामान्य श्रेणी के यात्रियों के लिए आरामदायक यात्रा सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठा रहा है। बेहतर सेवाएं प्रदान करने और यात्रियों की बढ़ती मांगों को पूरा करने की अपनी प्रतिबद्धता के तहत, भारतीय रेल ने
भारतीय ट्रेन


गुवाहाटी, 11 दिसंबर (हि.स.)। भारतीय रेलवे (आईआर) सामान्य श्रेणी के यात्रियों के लिए आरामदायक यात्रा सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठा रहा है। बेहतर सेवाएं प्रदान करने और यात्रियों की बढ़ती मांगों को पूरा करने की अपनी प्रतिबद्धता के तहत, भारतीय रेल ने विभिन्न ट्रेनों के 635 रेकों में 1,914 से अधिक नए नॉन-एसी कोच शुरू किए हैं। इस पहल से प्रतिदिन लगभग 1 लाख अतिरिक्त यात्री जीएस कोचों में यात्रा कर सकेंगे, जो रेलवे के समावेशिता और सुविधा पर ध्यान केंद्रित करने को दर्शाता है। इसके अलावा, 384 ईएमयू रेक और 185 एमईएमयू रेक के संचालित किए गए, जिसके परिणामस्वरूप क्षमता में 72 लाख यात्रियों की वृद्धि हुई। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज संसद में इसकी जानकारी दी।

पूर्वोत्तर सीमा रेलवे (पूसीरे) के सीपीआरओ कपिंजल किशोर शर्मा ने आज बताया है कि पूसीरे भी इस पहल में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है, जो भारतीय रेल की सफलता में योगदान दे रहा है। वर्तमान में, पूसीरे ने पहले ही 39 ट्रेनों में 292 जीएस कोच बढ़ाए है, जिससे अपने जोन और इसके बाहरी यात्रियों को अधिक सुविधा और पहुंच मिल रही है। ये प्रयास यात्री सेवाओं में सुधार और समाज के सभी वर्गों के लिए ट्रेन यात्रा को अधिक आरामदायक और समावेशी बनाने के प्रति पूसीरे के समर्पण को रेखांकित करते हैं।

पूसीरे साधारण श्रेणी के यात्रियों की जरूरतों को प्राथमिकता देने की दृढ़ प्रतिबद्धता है, इस प्रकार इस जोन और देश भर में यात्रा के अनुभवों में सुधार हुआ है। सभी के लिए सुविधाओं में की जा रही बढ़ोतरी रेल यात्रा को परिवहन के एक सुरक्षित, अधिक सुविधाजनक और समावेशी मोड में बदलने के अपने दृष्टिकोण को दर्शाता है।

हिन्दुस्थान समाचार / अरविन्द राय